रांची: झारखंड पुलिस के सामने अनौपचारिक रूप से हथियार डाल चुके कुख्यात नक्सली पुलिस फोर्स पर होने वाले संभावित खतरों को नाकाम कर रहे हैं. पुलिस बलों पर हमले के उदेश्य से सरायकेला-खरसांवा ट्राइजंक्शन समेत कई जगहों पर आईईडी प्लांट किए गए थे. लेकिन समय रहते सभी आईईडी को निष्क्रिय कर दिया गया.
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महाराज -बैलून कर रहे मदद
भाकपा माओवादियों का साथ छोड़ चुके महाराज प्रमाणिक और पतिराम मांझी के खास सहयोगी रह चुके बैलून सरदार समेत कुछ अन्य माओवादियों के निशानदेही पर पुलिस सरायकेला में लगातार अभियान चला रही है. अभियान के क्रम में सरायकेला के कुचाई समेत अन्य इलाकों से लगातार भारी पैमानें पर आईईडी मिले हैं. शनिवार को भी कुचाई इलाके में अभियान चलाकर सरायकेला- पुलिस ने 25 आईईडी बम बरामद किए थे.
रणनीतिक रूप से काफी संवेदनशील है कुचाई का इलाका
भाकपा माओवादियों के लिए कुचाई का इलाका काफी संवेदनशील है. वर्तमान समय मे यह पूरा इलाका उनका गढ़ बना हुआ है. कुचाई इलाके में सरायकेला, चाईबासा और खूंटी जिला की सीमाएं मिलती हैं. इस इलाके में ही भाकपा माओवादियों का एक करोड़ का ईनामी पतिराम मांझी, आकाश उर्फ तिमिर के अलावा अमित मुंडा समेत अन्य बड़े माओवादी हथियार और विस्फोटक के साथ मौजूद हैं. महाराज प्रमाणिक भी इसी इलाके में रह कर कई वारदातों को पहले अंजाम दे चुका है. ऐसे में महाराज के पास इस पूरे इलाके में माओवादियों के ठिकानों, उनके मददगारों के साथ-साथ संवेदनशील जगहों की पूरी जानकारी है. पुलिस के पास आने के बाद महाराज जमीन के नीचे बिछाए गए आईईडी की जानकारी पुलिस को उपलब्ध करवा रहा है.
पहले लगातार हमलों में शामिल रहा था महाराज
पुलिस के लिए अब अहम साबित हो रहे महाराज प्रमाणिक ने पुलिस बलों पर लगातार बड़े हमले किए थे. जून 2019 में सरायकेला के कुकरूहाट में महाराज प्रमाणिक ने 5 पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश रची थी. वहीं हाल ही में लांजी हमले में भी तीन पुलिसकर्मियों के मौत के मामले में भी महाराज प्रमाणिक को एनआईए ने साजिशकर्ता माना है. पुलिस के द्वारा औपचारिक रूप से सरेंडर कराए जाने के बाद एनआईए भी दोनों मामलों में महाराज प्रमाणिक को रिमांड पर लेगी. दोनों मामलों में एनआईए अबतक महाराज प्रमाणिक को फरार बताते हुए चार्जशीट दायर कर चुकी है.