रांची: कोरोना से बचने के लिए राज्य सरकार हर तरह का प्रयास कर रही है, लेकिन क्या सरकारी कार्यालय में कोरोना को लेकर नियमों का पालन हो रहा या लापरवाही बरती जा रही है. इसे लेकर राजधानी के जिला परिवहन कार्यालय में ईटीवी भारत की टीम ने जायजा लिया, जहां देखा गया कि जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा सख्ती से कोविड नियमावली का पालन किया जा रहा है.
रांची के डीटीओ प्रवीण प्रकाश ने बताया कि पिछले 7 महीने से परिवहन कार्यालय में लाइसेंस बनवाने का काम बाधित पड़ा था. इसलिए जब परिवहन विभाग की तरफ से लाइसेंस बनवाने की अनुमति प्रदान की गई तो लोगों की भीड़ जुट गई थी, लेकिन परिवहन कार्यालय में कर्मचारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिया गया है कि कोरोना को देखते हुए कोविड नियमावली का पालन हो, जिसमें सेनेटाइजेशन सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क बेहद जरूरी है.
कोरोना की वजह से काम बाधित
फिलहाल, ड्राइविंग लाइसेंस और निबंधन से जुड़े सभी कार्यों को जिला परिवहन कार्यालय के द्वारा निपटाया जा रहा है ताकि जिन लोगों का पिछले सात महीने में कोरोना की वजह से काम बाधित हुआ है उन्हें लाइसेंस या उनके गाड़ियों के निबंधन का काम जल्द से जल्द हो सके. वहीं, जिला परिवहन कार्यालय में अपना ड्राइविंग लाइसेंस या गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे लोग भी नियमों का पालन करते हुए दिखे. जिला परिवहन कार्यालय के मेन गेट के पास सुरक्षा कर्मी लाइन लगवा कर लोगों को अंदर प्रवेश करा रहे हैं. इसके साथ ही मास्क और सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया का विशेष ध्यान रखते देखा गया. हालांकि, जिला परिवहन कार्यालय के कुछ काउंटर पर लोग बेतरतीब तरीके से भी लाइन लगाते दिखे, लेकिन कर्मचारी और सुरक्षा कर्मियों द्वारा ऐसे लोगों को हिदायतें भी लगा दी गई.
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वहीं, जो भी आगंतुक जिला परिवहन कार्यालय में काम करवाने आ रहे हैं उन्हें कर्मचारियों द्वारा शपथ दिलाया जा रहा है कि जिस प्रकार से यहां पर कोविड नियमावली का पालन किया जा रहा है उसी प्रकार जिला परिवहन कार्यालय से बाहर जाने के बाद भी लोग इस नियमों का पालन करते रहेंगे. बता दें कि जिला कार्यालय में डीटीओ और उनके कर्मचारियों के द्वारा तो नियमों का पालन किया जा रहा है, लेकिन क्या राज्य के अन्य विभागों के कार्यालयों में भी इसी तरह शक्ति से नियमों का पालन हो रहा है या फिर खानापूर्ति कर कोरोना के खतरे को आमंत्रण दिया जा रहा है.