रांची: जिले के चुटिया इलाके में एक वृद्ध महिला के घर सांप होने की सूचना मिली, लोगों ने सांप को निकालने का बहुत प्रयास किया लेकिन सांप नहीं निकला. जिसके बाद लोगों ने तुरंत 100 नंबर पर डायल किया और प्रशासन डीएफओ को सूचना दी. डीएफओ के बाद स्नेक कैचर रमेश कुमार महतो को सूचना दी गई. सूचना मिलने के बाद सांप पकड़ने के लिए इलाके में पहुंचकर और बड़े ही आसानी के साथ घर से सांप को पकड़कर निकाला गया.
वृद्ध महिला के घर से सांप पकड़ने के बाद खुशी के साथ कहा कि वह घबरा गई थी जब उसे पता चला कि उसके घर में सांप घुस आया है तो आसपास के लोगों को आवाज देकर बुलाया. जिसके बाद राहत की सांस लेने का मौका मिला.
वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपने घरों में है. ऐसे में अगर सांप घुस आता है तो डर लगना स्वाभाविक है. इसके साथ ही उन्होंने सांप पकड़ने वाले का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि तत्परता के साथ सांप को पकड़ लिया गया है. इलाके में भय का माहौल बना हुआ था वह शांत हो गया है लोग इसलिए डरे हुए थे कि एक तरफ कोरोना महामारी का लोग मार झेल रहे हैं और दूसरी तरफ सांप का.
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रमेश स्नेक कैचर के नाम से जाने जाते हैं
इसी बीच एक ऐसा इंसान है जो वैश्विक महामारी में अपनी जान का प्रवाह किए बगैर लोगों की और उन सांपों की रक्षा कर रहा है, जिसे लोग अपने भय के कारण मार देते हैं. इसका नाम है रमेश कुमार महतो और लोग उसे रमेश स्नेक कैचर के नाम से जानते हैं.
बचपन से ही जानवरों से है लगाव
रमेश कुमार महतो बचपन से ही जानवरों से लगाव रखते हैं, वह मछली पकड़ने के उम्र से ही सांप पकड़ रहे हैं. उन्होंने अब तक लगभग 2000 सांपों का रेस्क्यू कर उन्हें जीवनदान दे चुके हैं. लोगों के घरों में सांप घुसने की सूचना मिलने के बाद ही वह तुरंत सांप पकड़ने के लिए पहुंच जाते हैं. लोगों के घरों से सांपों का रेस्क्यू करने के बाद उन सांपों को जंगल में छोड़ देते हैं या फिर बिरसा मुंडा जैविक उद्यान में पहुंचाते है.
सांप एक्सपर्ट के रूप में है कार्यरत
रमेश कुमार महतो बिरसा जैविक उद्यान में सांप एक्सपर्ट के रूप में काम भी करते हैं. बिरसा जैविक उद्यान में दुर्लभ प्रजातियों के सांप को देखरेख और रखरखाव का कार्य करते हैं.
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सांपों को जीवन देने का काम करते हैं रमेश
रमेश का कहना है कि लोग सभी सांपों को अंधविश्वास के कारण मार देते हैं लेकिन पृथ्वी में ऐसे भी सांप होते हैं, जिनका विश नहीं होता है. ऐसे में जब भी सूचना मिलती है कि किसी के घर में सांप है तो वे पहुंचकर सांप को रेस्क्यू करते हैं और उन्हें जीवन देने का काम करते हैं.