रांचीः धनबाद जज उत्तम आनंद मौत मामले की जांच के लिए पुलिस मुख्यालय ने एसआइटी का गठन किया है. एडीजी अभियान संजय लाटकर, एसआइटी को लीड करेंगे. एसआइटी में बोकारो डीआइजी, धनबाद एसएसपी के सहित कई तेजतर्रार अफसरों को रखा गया है.
धनबाद न्यायालय के जज उत्तम आनंद की हत्याकांड की जांच के लिए पुलिस मुख्यालय ने एक और एसआईटी का गठन किया है. एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर इस टीम को लीड करेंगे. एसआईटी में बोकारो डीआईजी, धनबाद एसएसपी समेत कई अफसरों को रखा गया है.
मुख्यालय में उच्च स्तरीय बैठक
धनबाद जज उत्तम आनंद हत्याकांड की जांच में तेजी लाने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय में गुरुवार को डीजीपी नीरज सिन्हा के नेतृत्व में एक मीटिंग की गई. बैठक में एडीजी स्पेशल ब्रांच, एडीजी अभियान, आईजी अभियान सहित कई प्रमुख अधिकारी शामिल रहे. हाई कोर्ट के निर्देश के बाद झारखंड पुलिस पूरे मामले की जांच को लेकर पूरी तरह रेस है.
इस बैठक में फैसला लिया गया कि धनबाद पुलिस से अलग एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर के नेतृत्व में एक और एसआईटी का गठन किया जाए, जो जज उत्तम आनंद हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच करेगा. झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि जज हत्याकांड की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया गया है. एडीजी संजय आनंद लाटकर एसआईटी को लीड करेंगे, जबकि बोकारो आईजी और धनबाद एसएसपी भी इस एसआईटी में शामिल हैं.
दो गिरफ्तार, ऑटो भी बरामद
आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि मामले में धनबाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी लखन कुमार वर्मा और राहुल वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. लखन कुमार वर्मा की गिरफ्तारी गिरिडीह जिला से हुई है, जबकि राहुल वर्मा को धनबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है. जिस ऑटो से वारदात को अंजाम दिया गया था, वह ऑटो भी गिरिडीह से बरामद कर लिया गया है.
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लखन वर्मा ने मारी थी टक्कर
गिरफ्तारी के बाद लखन वर्मा ने पुलिसिया पूछताछ में यह बताया है कि ऑटो वही चला रहा था और जज को उसने ही टक्कर मारी थी. फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि आखिर लखन वर्मा ने जज उत्तम आनंद को ऑटो से धक्का क्यों मारा. पुलिस की टीम लगातार लखन और राहुल वर्मा से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि ऑटो धनबाद से चोरी की गई थी.