रांची: झारखंड खुदरा शराब विक्रेता संघ ने रविवार को उत्पाद और मद्य निषेध विभाग के मंत्री को पत्र लिखकर शराब दुकान खोलने का विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि झारखंड सरकार के पुख्ता इंतजामों के चलते अब तक कोरोना कंट्रोल में है, लेकिन अगर 3 मई के बाद शराब की बिक्री को फिर से शुरू करने की अनुमति मिलती है तो जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ सकता है.
पत्र में कहा गया है कि शराब दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी पुलिस प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती बन सकती है. क्योंकि जिले भर में सैकड़ों की संख्या में शराब की दुकानें हैं. ऐसे में करोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करना मुश्किल हो जाएगा. इसके साथ ही अगर शराब की दुकानें खुलती है तो शराब खरीदने वालों लोगों की बढ़ती संख्या से कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाएगा. ऐसे में पिछले महीने से चल रहे कोरोना वायरस के खिलाफ जंग कमजोर पड़ सकता है.
ये भी पढ़ें: लॉकडाउन तोड़ने वालों को पहचान कर पुलिस को बताएंगे पार्षद, बनाया गया विशेष SOP
इसके साथ ही खुदरा विक्रेता संघ ने कहा है कि शराब बिक्री पर प्रतिबंध से जिले में आपराधिक वारदातों में भी कमी आई है, जिससे पुलिस को सबसे ज्यादा फायदा मिल रहा है, लेकिन शराब की बिक्री की अनुमति मिलती है तो पुलिस की परेशानी और बढ़ जाएगी. इसके साथ ही स्टाफ और कस्टमर के बीच पैसे का लेन देन संक्रमित होने की संभावना को बढ़ा सकता है. ऐसे में इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.