रांची: कांग्रेस की कद्दावर नेता शीला दीक्षित के निधन से झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में शोक की लहर है. शीला दीक्षित के निधन पर कांग्रेस स्टेट हेडक्वार्टर में रविवार को शोक सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर कांग्रेस नेताओं ने उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
इस मौके पर कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम समेत तमाम कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने उन्हें याद किया. वहीं, शीला दीक्षित का झारखंड से बड़ा लगाव रहा है. यही वजह है कि जब भी झारखंड कांग्रेस को उनकी जरूरत पड़ी, उन्होंने यहां का दौरा किया और चुनाव के दौरान कैंपेनिंग भी की.
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इस दौरान झारखंड से जुड़े उनके लगाव की चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कहा कि उनके साथ बिताए पल कभी भूले नहीं जा सकते, क्योंकि उनमें एक मां जैसी ममता थी. उन्होंने कहा कि वो राजनीति के लिए हमेशा बेहतर मार्गदर्शन देती थी. उनका निधन बहुत बड़ी क्षति के रूप में सामने आया है.
वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक दुबे ने शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जहां भी संगठन की मजबूती के लिए उन्हें आलाकमान ने भेजा, उन्होंने वहां बढ़-चढ़कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. उन्होंने कहा कि झारखंड में भी उन्होंने साल 2005 और 2009 में चुनावी कैंपेनिंग के लिए दौरा किया था और संगठन की मजबूती लिए योगदान दिया था. उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली के विकास में शीला दीक्षित सबसे बड़ी कड़ी के रूप में याद की जाएंगी. उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता. उनकी कमी पार्टी और देश को हमेशा खलेगी.