रांची: जेएमएम कोटे से सरायकेला विधायक चंपई सोरेन के नाम पर मुहर लगी और उन्होंने मंत्री पद की शपथ ले ली. चंपई सोरेन दूसरी बार मंत्री बने हैं.
राजनीतिक सफर
चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता हैं. चंपई सोरेन झारखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं. झारखंड टाइगर के नाम से वो जाने जाते हैं. 2019 में वो 6ठी बार विधायक बने हैं. पहली बार 1990 में सरायकेला सीट पर हुए उपचुनाव में चंपई सोरेन विधायक बने. तब वह निर्दलीय थे.
1995 में चंपई फिर सरायकेला से विधायक चुने गए
वहीं,1995 में वह फिर सरायकेला से विधायक चुने गए. इस बार वो जेएमएम की टिकट पर विधायक बने. 1999 में वह सिंहभूम लोकसभा सीट चुनाव लड़े, लेकिन हार गए.
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शिबू सोरेन के काफी करीबी माने जाते हैं चंपई
साल 2000 में हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्हें पराजय मिली. 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई. 2005 से अब तक वो सरायकेला सीट नहीं हारे. चंपई सोरेन झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारी भी रहे हैं. शिबू सोरेन के काफी करीबी माने जाते हैं चंपई सोरेन.