रांची: कोरोना की रफ्तार धीमी होते ही झारखंड में स्कूल खोलने को लेकर सरकार के स्तर पर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. इसी को लेकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ उनके आवास पर निजी स्कूलों के संचालकों के साथ बैठक हुई. जिसमें शिक्षा मंत्री ने फरवरी के दूसरे सप्ताह से स्कूल खोले जाने को लेकर अपनी सहमति दी है. शिक्षा मंत्री के इस फैसले के बाद आपदा प्रबंधन विभाग और मुख्यमंत्री इस संबंध में आखिरी फैसला लेंगे.
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आपदा प्रबंधन विभाग के साथ होगी बैठक: झारखंड में स्कूल खोलने को लेकर शिक्षा मंत्री मंत्री जगरनाथ महतो आपदा प्रबंधन विभाग के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे. उसके बाद वे शिक्षा विभाग के निर्णय से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे. आपदा प्रबंधन विभाग और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस संबंध में जो भी निर्णय लेंगे उसी पर झारखंड शिक्षा विभाग अमल करेगा. हालांकि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने फरवरी के दूसरे सप्ताह से राज्यभर में स्कूल कॉलेज कोरोना गाइडलाइन के तहत खुलने की उम्मीद जताई है. वहीं स्कूल खोलने के आश्वासन के बाद स्कूल संचालक के सदस्य काफी खुश दिखे.
आर्थिक रूप से स्कूलों की हालत खस्ता: स्कूल संचालकों ने कहा कि स्कूल बंद होने से न केवल स्कूलों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है.वहीं बच्चों का पठन-पाठन भी बाधित हो रहा है. अगर जल्द स्कूल नहीं खुला तो विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों के भी जीवन में बड़ा असर पड़ेगा. कई शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे. उन्हें रोजी-रोटी के लिए स्कूल छोड़ अन्य व्यवसाय करना पड़ेगा. स्कूल संचालकों के साथ कई सामाजिक और शैक्षणिक संगठनों ने स्कूल खोलने की मांग राज्य सरकार से की है.