रांची: कोरोना संक्रमण के बचाव को लेकर पिछले 9 महीने से तमाम शिक्षण संस्थान बंद है. राज्य के निजी और सरकारी स्कूल भी बंद करा दिए गए थे. लॉकडाउन की वजह से पठन-पाठन पूरी तरह ठप था. लेकिन राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग की ओर से सोमवार से तमाम निजी और सरकारी स्कूलों के लिए एक निर्देश के तहत 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. पहले दिन बच्चों की उपस्थिति कम थी. वहीं कई सरकारी स्कूलों में व्यवस्थाएं नदारद दिखी. इस दौरान बच्चों और शिक्षकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा.
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अधिकतर निजी स्कूल हैं बंद
अधिकतर निजी स्कूल बंद ही रखे गए हैं. अभिभावकों की ओर से शपथ पत्र मिलने के बाद ही बच्चों के लिए निजी स्कूल खोला जाएगा. कुछ मिशनरी स्कूल क्रिसमस को लेकर अपनी-अपनी छुट्टियां भी घोषित कर दी हैं. कुल मिलाकर कहें तो पहले दिन बच्चों की उपस्थिति कम देखी गई.
कोरोना को लेकर किया जागरूक
स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं लेकिन समय को लेकर कोई पाबंदी नहीं है. सुबह 9:00 बजे के बाद भी बच्चे किसी भी वक्त स्कूल आ सकते हैं और शिक्षकों से परामर्श ले सकते हैं. सेनेटाइजेशन की व्यवस्था स्कूलों में की गई है. डिस्टेंस मेंटेन करते हुए बच्चों को बैठाया जा रहा है, मास्क अनिवार्य है. किसी भी तरीके का सर्दी, खांसी या बुखार का लक्षण पाए जाने पर बच्चों को वापस घर भेजा जाएगा. सुरक्षात्मक तमाम कदम उठाए जा रहे हैं. बच्चों को शिक्षकों की ओर से कोविड-19 गाइडलाइन के मद्देनजर तमाम जानकारियां भी उपलब्ध कराई जा रही है. कोरोना के संबंध में उन्हें विस्तृत जानकारी दी जा रही है.