रांचीः बाबा भोलेनाथ का प्रिय महीना सावन इस बार बेहद ही खास है. 14 जुलाई से सावन की शुरुआत विष्कुंभ और प्रीति योग से हो रही है. इससे श्रावण मास का महत्व और बढ़ गया है. इसके साथ ही पूरे सावन महीने में सात विशिष्ट योग हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए खास होगा.
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मान्यता यह है कि इस शुभ मुहूर्त में बेलपत्र के साथ जलाभिषेक करने से मनोवांछित फल प्राप्त होता है. इस वर्ष सावन 12 अगस्त तक रहेगा जिसमें चार सोमवारी होगा. वैसे तो सावन का हर दिन खास होता है. लेकिन सोमवार का दिन शिवभक्तों के लिए बेहद ही खास होता है. पंडित ओमप्रकाश शरण ने बताया कि सावन में देवाधिदेव महादेव हर शिवालयों में वास करते हैं. इससे सावन महीने के हर दिन श्रद्धालुओं का तांता मंदिरों में लगा रहता है. इस दौरान शिवभक्त रुद्राभिषेक से लेकर विशेष पूजा अनुष्ठान कर भोले भंडारी को प्रशन्न करते हैं.
इस वर्ष सावन में चार सोमवार पड़ेगा. पहली सोमवारी व्रत 18 जुलाई को होगी. दूसरी 25 जुलाई, तीसरी एक अगस्त और चौथी सोमवारी व्रत 8 अगस्त को होगी. 1 अगस्त को सोमवार के दिन प्रजापति और रवि योग बनेगा. वहीं 8 अगस्त को सोमवार के दिन पुत्रदा एकादशी रहेगी, जो श्रद्धालुओं के लिए अतिमहत्वपूर्ण दिन है. 11 अगस्त को व्रत का पूर्णिमा और 12 को स्नान दान का पूर्णिमा है.
सावन में ये है पावन दिन
- 13 जुलाईः पूर्णिमा
- 14 जुलाईः सावन प्रारंभ
- 15 जुलाईः अशून्य शयन व्रत
- 16 जुलाईः संकटी गणेश चतुर्थी व्रत
- 18 जुलाईः मधुश्रावणी व्रत आरंभ
- 24 जुलाईः कामदा एकादशी व्रत
- 31 जुलाईः मधुश्रावणी
- 01 अगस्तः गणेश चतुर्थी
- 02 अगस्तः नागपंचमी
- 08 अगस्तः झूलन प्रारंभ
- 11 अगस्तः पूर्णिमा व्रत,रक्षाबंधन
- 12 अगस्तः स्नान दान पूर्णिमा
11 अगस्त को सुबह 9ः35 बजे से पूर्णिमा का मुर्हूत शुरू हो जायेगा, जो 12 अगस्त को सुबह 7:05 तक रहेगा. 11 अगस्त को 9:35 के बाद से रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. वहीं जो लोग भद्रा को मानते हैं वह रात 8:25 के बाद से यह त्योहार मना सकते हैं, जो दूसरे दिन स्नान दान की पूर्णिमा तक मान्य है.