रांचीः राजधानी के कचहरी स्थित अवर निबंधन कार्यालय में वकीलों ने हंगामा किया. रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी और हेड क्लर्क संजय कुमार के खिलाफ सीबीआई और इडी जांच की मांग की . वकीलों ने इनलोगों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. रजिस्ट्रार ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है.
राजधानी रांची के कचहरी स्थित अवर निबंधन कार्यालय ने उस वक्त गहमागहमी का माहौल बन गया, जब सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जिला निबंधन कार्यालय पहुंचे. अधिवक्ताओं का कहना था कि निबंधन कार्यालय में किसी भी निबंधन को लेकर पैसे वसूले जाते हैं, अधिवक्ताओं ने जिला निबंधन कार्यालय के रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी और हेड क्लर्क संजय कुमार गुप्ता पर भ्रष्टाचार का आरोप लगया.
रजिस्ट्री कार्यालय में अधिवक्ताओं ने घुसकर जमकर नारेबाजी की. अधिवक्ताओं का आरोप है कि बिना चढ़ावे के जमीन, फ्लैट का निबंधन नहीं होता है. जिसके बाद फोन कर रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी को रजिस्ट्री ऑफिस आने को कहा. जैसे ही और रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी रजिस्ट्री कार्यालय परिसर पहुंचे अधिवक्ता भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बदसलूकी पर उतर आए. हालांकि जिला बार एसोसिएशन महासचिव संजय कुमार विद्रोही, प्रशासनिक संयुक्त सचिव पवन रंजन खत्री ने अधिवक्ताओं को शांत कराया. जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने कहा कि रजिस्ट्री ऑफिस में जमीन की रजिस्ट्री कराने पर चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है.वहीं रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी ने कहा कि जितने भी आरोप लगाया जा रहे हैं वह बेबुनियाद हैं. गैर मजुरूवा जमीन को रजिस्ट्री नहीं करने का हे खामियाजा भुगतना पड़ रहा है और मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाया जा रहा है, इन तमाम आरोपों से मेरा कोई लेना देना नहीं है.