रांची: झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स ने कोरोना टेस्ट के मामले में एक रिकॉर्ड बनाया है. रिम्स अस्पताल में अब तक 1 लाख, 420 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच की संख्या बढ़ाने की कोशिशें लगातार जारी हैं. झारखंड में अब तक 13 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है.
24 मार्च से रिम्स में कोरोना जांच की प्रक्रिया शुरू हुई
माइक्रो बायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने बताया कि 24 मार्च से रिम्स अस्पताल में कोरोना के लिए जांच की प्रक्रिया शुरू हुई थी. जिसके बाद लगातार जांच की संख्या बढ़ती रही. डॉ मनोज कुमार ने बताया कि मार्च महीने के बाद अप्रैल महीने में 5,842 लोगों की कोरोना जांच हुई. मई महीने में 14,383 लोगों की कोरोना जांच हुई. फिर रिम्स अस्पताल प्रबंधन ने जून-जुलाई महीने में जांच का दायरा और बढ़ाया. दोनों माह में औसतन 20 से 25 हजार जांच की गई. 1 लाख 420 लोगों की कोरोना जांच करने के बाद रिम्स में 8,147 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है.
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जांच का दायरा और भी बढ़ाया जाएगा
रिम्स प्रबंधन ने बताया कि आने वाले समय में जांच का दायरा और भी बढ़ाया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा संक्रमित मरीजों को चिन्हित कर संक्रमण पर रोक लगाया जा सके. खास बात है कि रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में ही झारखंड का पहला कोविड-19 अस्पताल स्थापित हुआ था. यहीं सबसे पहले जांच भी शुरू हुई थी. इसी अस्पताल में सबसे ज्यादा मरीजों के इलाज की भी सुविधा है. इसी अस्पताल के सबसे ज्यादा चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित भी हुए हैं. लेकिन तमाम जोखिम के बावजूद रिम्स प्रबंधन हर चुनौती का सामना कर रहा है. हालांकि, अब तक कोरोना मरीजों की इलाज को लेकर रिम्स प्रबंधन पर कई सवाल भी उठे हैं. फिर भी विपरीत परिस्थितियों में रिम्स प्रबंधन लोगों की सेवा में जुटी है.