रांची: बुधवार को सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा करते हुए कहा है कि वर्ष 2018 में डेंटल इंस्टिट्यूट के लिए खरीदी गई वैन, डेंटल चेयर आदि की खरीदारी में बड़ी वित्तीय अनियमितता पाई गई है. सीएजी ने रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह को वर्ष 2018 में हुए वित्तीय अनियमितता रिपोर्ट भेजते हुए जल्द से जल्द पूरे मामले पर जवाब मांगा है.
कैग ने अपनी रिपोर्ट में रिम्स प्रबंधन को जानकारी देते हुए बताया है कि वर्ष 2018 में तत्कालीन निदेशक आरके श्रीवास्तव और रिम्स अधीक्षक विवेक कश्यप की सहमति से 35 लाख की डेंटल वैन एक करोड़ 47 लाख में खरीदी गई है. वहीं, सवा दो लाख का व्हीलचेयर 14 लाख रुपए में खरीदा गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि तत्कालीन रिम्स प्रबंधन द्वारा डेंटल इंस्टीट्यूट के उपकरणों की खरीदारी में घोर वित्तीय अनियमितता की गई थी.
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वहीं, पूरे मामले पर निदेशक डीके सिंह ने कहा कि कैग से आई रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है. पूरे मामले में जो भी दोषी होंगे उन पर निश्चित रूप से नियम संगत कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि वर्ष 2018 में रिम्स के डेंटल कॉलेज में हुई खरीदारी के समय रिम्स के निदेशक डॉ. आरके श्रीवास्तव थे. अधीक्षक विवेक कश्यप और कॉलेज के डीन पंकज गोयल हुआ करते थे. इन सभी में तत्कालीन निदेशक आरके श्रीवास्तव कुछ दिन पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं. वहीं, वर्ष 2018 में डेंटल कॉलेज के डीन डॉ. पंकज गोयल का भी रिम्स से स्थानांतरण हो चुका है.