रांची: रिम्स में संदिग्ध मरीजों के फरार होने की खबर का खंडन करते हुए रिम्स निदेशक ने रिम्स के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में एक प्रेस वार्ता की, जहां उन्होंने स्पष्ट करते हुए बताया कि अभी तक जितने भी मरीज आए हैं सभी को उचित दिशा निर्देश देते हुए छोड़ा गया है. जिन संदिग्ध मरीजों का जांच किया गया है उनके संबंधित जिले के चिकित्सा पदाधिकारियों को जानकारी देकर उनसे समय-समय पर रिपोर्ट भी लिया जा रहा है.
मौके पर मौजूद रिम्स के अधीक्षक विवेक कश्यप ने बताया कि 16 मार्च के बाद झारखंड सरकार द्वारा मरीज को बलपूर्वक आइसोलेशन वार्ड में रखने का विशेष कानून लाया गया है, जिसके बाद हमलोगों ने आइसोलेटेड वार्ड में ही संदिग्ध मरीजों को रिपोर्ट आने तक रखने की सुविधा शुरू कर दी है.
राज्य भर में 36 में 29 रिपोर्ट निगेटिव
साथ ही उन्होंने बताया कि रिम्स में अभी तक 27 मरीजों का सैंपल लिया गया है, जिसमें 23 मरीजों का रिपोर्ट नेगेटिव आ चुका है और 4 मरीजों का रिपोर्ट गुरुवार तक आयेगा. वहीं अगर पूरे राज्य की बात करें तो अब तक 36 मरीजों का सैंपल लिया गया है जिसमें 29 का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया है और कुछ संदिग्धों का रिपोर्ट प्रतीक्षारत है.
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आपको बता दें कि राज्य में कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं. प्रबंधन द्वारा लोगों से अपील की गई है कि डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी किए गये गाइडलाइंस को ध्यान से अपनाएं और जरूरत पड़ने पर ही भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पहुंचे.
वहीं 29 संदिग्ध मरीजों के बिना सूचना अस्पताल से भागने की खबर पर सदन में भी विपक्ष द्वारा सवाल किए गए थे जिस पर स्वास्थ्य मंत्री ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा था कि सभी संदिग्ध मरीजों पर स्वास्थ विभाग द्वारा निगरानी रखी गई है. वहीं अभी तक झारखंड में कोरोना वायरस के एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं पाए गए हैं.