रांची: रामनवमी का पर्व सनातन धर्म के महत्वपूर्ण त्योहार में से एक माना जाता है. इस दिन भव्य शोभा यात्रा निकाली जाती है जिसमें अस्त्र शस्त्र का भी खूब प्रदर्शन होता है. कई बार लापरवाही बरतने से लोग घायल हो जाते हैं. ऐसे में आकस्मिक चिकित्सा की आवश्यकता पड़ती है. इसी को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ व्यवस्था को भी दुरुस्त किया गया है.
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रांची सदर अस्पताल में रामनवमी के दिन इमरजेंसी में आठ चिकित्सकों की तैनाती की गई है. वहीं छह एंबुलेंस तैयार रखा गया है ताकि इमरजेंसी के हालात में लोगों को आकस्मिक स्वास्थ्य सेवा मिल सके. सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एस मंडल ने बताया कि रामनवमी को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन की तरफ से सभी स्वास्थ्यकर्मियों को महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दे दिए गए हैं.
रिम्स अस्पताल में भी सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई हैं. रिम्स के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ डीके सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि रामनवमी में अक्सर लोग जुलूस में करतब दिखाने के दौरान लोग घायल हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि चिलचिलाती धूप और गर्मी के कारण जुलूस में शामिल लोगों को डिहाइड्रेशन की भी शिकायत होती है. इन्ही सब को देखते हुए रिम्स अस्पताल में तैयारी पूरी कर ली है.
रिम्स अस्पताल में सिर्फ रांची जिला ही नहीं बल्कि राज्य के अन्य जिलों से लोग इलाज कराने पहुंचते हैं. कई बार हजारीबाग, धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर जैसे जिलों से भी गंभीर रूप से घायल लोगों को रिम्स अस्पताल लाना पड़ता है. स्वास्थ विभाग और जिला प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि 9 अप्रैल से ही अस्पतालों में सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती कर दी गई है, जो 11 अप्रैल तक जारी रहेगा.