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NDA के बिखराव और अपोजिशन की एकजुटता के बीच पहले चरण का चुनाव होगा दिलचस्प, दाव पर दलों की प्रतिष्ठा - झारखंड विधानसभा चुनाव 2019

झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 13 असेंबली इलाकों में 30 नवंबर को वोटिंग होनी है. इस दौरान एनडीए बिखराव और अपोजिशन की एकजुटता के बीच पहले चरण का चुनाव दिलचस्प होगा. इस दौरान सभी राजनीतिक दलों की प्रतिष्ठा दाव पर है.

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Published : Nov 28, 2019, 4:33 PM IST

रांची: प्रदेश में एनडीए के बिखराव और अपोजिशन की एकजुटता के बीच विधानसभा के पहले चरण में 13 असेंबली इलाकों में 30 नवंबर को वोटिंग होनी है. मौजूदा समीकरण के अनुसार फिलहाल 13 में से 6 सीटें बीजेपी के पास है. जबकि तीन और विधायक बीजेपी खेमे में शामिल हो चुके हैं. वहीं जेएमएम और बीएसपी के भी एक-एक विधायक पहले चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

दिलचस्प होगा चुनावी मुकाबला
हालांकि पूरे राजनीतिक घटनाक्रम को गौर से देखें तो आजसू और आरजेडी की उपस्थिति चुनावी मुकाबला दिलचस्प बना सकती है. फिलहाल मनिका, विश्रामपुर, छतरपुर, चतरा, गुमला और गढ़वा पर बीजेपी के विधायक 2014 में जीत कर आए. वहीं डाल्टेनगंज, लातेहार और भवनाथपुर के विधायकों ने चुनाव के पहले बीजेपी का दामन थाम लिया.

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- झारखंड में भी महाराष्ट्र जैसा हाल, देश का बदल रहा मूड

जेएमएम के लिए भी पहला चरण चुनौतीपूर्ण
आजसू पहले चरण में लोहरदगा, हुसैनाबाद और छतरपुर में लड़ रही है. लोहरदगा से आजसू ने पूर्व विधायक कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत को उतारा है. वहीं हुसैनाबाद से वर्तमान विधायक शिवपूजन मेहता चुनावी समर में उतरे हैं. जबकि छतरपुर से भी 2014 में बीजेपी के टिकट से जीतने वाले वर्तमान विधायक राधाकृष्ण किशोर आजसू पार्टी के टिकट से मैदान में है. एक तरफ जहां पहले चरण में बीजेपी को अपनी दमदार उपस्थिति को लेकर मेहनत करनी पड़ रही है. वहीं दूसरी तरफ आजसू, आरजेडी समेत कांग्रेस और जेएमएम के लिए भी पहला चरण चुनौतीपूर्ण होगा.

इन सीटों पर होगा दिलचस्प मुकाबला
लोहरदगा- अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर बीजेपी ने 2014 में कांग्रेस के टिकट से जीत कर आए सुखदेव भगत को उम्मीदवार बनाया है. वहीं आजसू ने अपने पूर्व विधायक की पत्नी को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव पर दांव खेला है. ऐसे में वहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है.

विश्रामपुर- प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की इस सीट पर डायरेक्ट फाइट कांग्रेस और बीजेपी के बीच मानी जा रही है. एक तरफ जहां चंद्रवंशी अपने वायरल वीडियो और ऑडियो को लेकर चर्चा में रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे कद्दावर नेता हैं. इसके साथ में हाल में उनके बेटे की हुई मृत्यु के बाद इलाके में एक तरह से सहानुभूति लहर भी है.

हुसैनाबाद- इस विधानसभा इलाके में एक तरफ बीजेपी ने निर्दलीय विनोद कुमार सिंह को समर्थन दिया है. वहीं आजसू ने कुशवाहा शिवपूजन मेहता पर दांव खेला है, वहीं आरजेडी में संजय सिंह यादव को मैदान में उतारा है. यहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है.

गढ़वा- इस विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के मिथिलेश ठाकुर के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है.

बड़े नेता कर चुके हैं कैंपेनिंग
दरअसल, जेएमएम ने पहले चरण की 4 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारा है. गुरुवार को समाप्त होगा प्रचार आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इन 13 सीटों के लिए 30 नवंबर को होने वाले मतदान के मद्देनजर गुरुवार की शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा. बता दें कि प्रथम चरण के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई स्टार प्रचारक कैंपेनिंग कर चुके हैं. वहीं विपक्षी दलों की तरफ से जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और कांग्रेस के तरफ से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य स्टार प्रचारक चुनाव प्रचार में अपनी उर्जा लगा चुके हैं.

रांची: प्रदेश में एनडीए के बिखराव और अपोजिशन की एकजुटता के बीच विधानसभा के पहले चरण में 13 असेंबली इलाकों में 30 नवंबर को वोटिंग होनी है. मौजूदा समीकरण के अनुसार फिलहाल 13 में से 6 सीटें बीजेपी के पास है. जबकि तीन और विधायक बीजेपी खेमे में शामिल हो चुके हैं. वहीं जेएमएम और बीएसपी के भी एक-एक विधायक पहले चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

दिलचस्प होगा चुनावी मुकाबला
हालांकि पूरे राजनीतिक घटनाक्रम को गौर से देखें तो आजसू और आरजेडी की उपस्थिति चुनावी मुकाबला दिलचस्प बना सकती है. फिलहाल मनिका, विश्रामपुर, छतरपुर, चतरा, गुमला और गढ़वा पर बीजेपी के विधायक 2014 में जीत कर आए. वहीं डाल्टेनगंज, लातेहार और भवनाथपुर के विधायकों ने चुनाव के पहले बीजेपी का दामन थाम लिया.

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- झारखंड में भी महाराष्ट्र जैसा हाल, देश का बदल रहा मूड

जेएमएम के लिए भी पहला चरण चुनौतीपूर्ण
आजसू पहले चरण में लोहरदगा, हुसैनाबाद और छतरपुर में लड़ रही है. लोहरदगा से आजसू ने पूर्व विधायक कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत को उतारा है. वहीं हुसैनाबाद से वर्तमान विधायक शिवपूजन मेहता चुनावी समर में उतरे हैं. जबकि छतरपुर से भी 2014 में बीजेपी के टिकट से जीतने वाले वर्तमान विधायक राधाकृष्ण किशोर आजसू पार्टी के टिकट से मैदान में है. एक तरफ जहां पहले चरण में बीजेपी को अपनी दमदार उपस्थिति को लेकर मेहनत करनी पड़ रही है. वहीं दूसरी तरफ आजसू, आरजेडी समेत कांग्रेस और जेएमएम के लिए भी पहला चरण चुनौतीपूर्ण होगा.

इन सीटों पर होगा दिलचस्प मुकाबला
लोहरदगा- अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर बीजेपी ने 2014 में कांग्रेस के टिकट से जीत कर आए सुखदेव भगत को उम्मीदवार बनाया है. वहीं आजसू ने अपने पूर्व विधायक की पत्नी को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव पर दांव खेला है. ऐसे में वहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है.

विश्रामपुर- प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की इस सीट पर डायरेक्ट फाइट कांग्रेस और बीजेपी के बीच मानी जा रही है. एक तरफ जहां चंद्रवंशी अपने वायरल वीडियो और ऑडियो को लेकर चर्चा में रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे कद्दावर नेता हैं. इसके साथ में हाल में उनके बेटे की हुई मृत्यु के बाद इलाके में एक तरह से सहानुभूति लहर भी है.

हुसैनाबाद- इस विधानसभा इलाके में एक तरफ बीजेपी ने निर्दलीय विनोद कुमार सिंह को समर्थन दिया है. वहीं आजसू ने कुशवाहा शिवपूजन मेहता पर दांव खेला है, वहीं आरजेडी में संजय सिंह यादव को मैदान में उतारा है. यहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है.

गढ़वा- इस विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के मिथिलेश ठाकुर के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है.

बड़े नेता कर चुके हैं कैंपेनिंग
दरअसल, जेएमएम ने पहले चरण की 4 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारा है. गुरुवार को समाप्त होगा प्रचार आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इन 13 सीटों के लिए 30 नवंबर को होने वाले मतदान के मद्देनजर गुरुवार की शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा. बता दें कि प्रथम चरण के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई स्टार प्रचारक कैंपेनिंग कर चुके हैं. वहीं विपक्षी दलों की तरफ से जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और कांग्रेस के तरफ से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य स्टार प्रचारक चुनाव प्रचार में अपनी उर्जा लगा चुके हैं.

Intro:रांची। प्रदेश में एनडीए के बिखराव और अपोजिशन की एकजुटता के बीच विधानसभा के पहले चरण में 13 असेंबली इलाकों में 30 नवंबर को वोटिंग होनी है। मौजूदा समीकरण के अनुसार फिलहाल 13 में से 6 सीटें बीजेपी के पास है। जबकि तीन और विधायक बीजेपी खेमे में शामिल हो चुके हैं। वही झामुमो और बसपा के भी एक-एक विधायक पहले चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि पूरे राजनीतिक घटनाक्रम को गौर से देखें तो आजसू और राजद की उपस्थिति चुनावी मुकाबला दिलचस्प बना सकती है। फिलहाल मनिका, विश्रामपुर, छतरपुर, चतरा, गुमला और गढ़वा पर बीजेपी के विधायक 2014 में जीत कर आए। वहीं डाल्टेनगंज, लातेहार और भवनाथपुर के विधायकों ने चुनाव के पहले बीजेपी का दामन थाम लिया।


Body:आजसू पहले चरण में लोहरदगा, हुसैनाबाद और छतरपुर में लड़ रही है। लोहरदगा से आजसू ने पूर्व विधायक कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत को उतारा है। वहीं हुसैनाबाद से वर्तमान विधायक शिवपूजन मेहता चुनावी समर में उतरे हैं। जबकि छतरपुर से भी 2014 में बीजेपी के टिकट से जीतने वाले वर्तमान विधायक राधाकृष्ण किशोर आजसू पार्टी के टिकट से मैदान में है। एक तरफ जहां पहले चरण में बीजेपी को अपनी दमदार उपस्थिति को लेकर मेहनत करनी पड़ रही है। वहीं दूसरी तरफ आजसू, राजद समेत कांग्रेस और झामुमो के लिए भी पहला चरण चुनौतीपूर्ण होगा।


Conclusion:इन सीटों पर होगा दिलचस्प मुकाबला लोहरदगा-अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर बीजेपी ने 2014 में कांग्रेस के टिकट से जीत कर आए सुखदेव भगत को उम्मीदवार बनाया है। वहीं आजसू ने अपने पूर्व विधायक की पत्नी को मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव पर दांव खेला है। ऐसे में वहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। विश्रामपुर- प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की इस सीट पर डायरेक्ट फाइट कांग्रेस और बीजेपी के बीच मानी जा रही है। एक तरफ जहां चंद्रवंशी अपने वायरल वीडियो और ऑडियो को लेकर चर्चा में रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का उम्मीदवार चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे कद्दावर नेता है। साथ में हाल में उनके बेटे की हुई मृत्यु के बाद इलाके में एक तरह से सहानुभूति लहर भी है। हुसैनाबाद-इस विधानसभा इलाके में एक तरफ बीजेपी ने निर्दलीय विनोद कुमार सिंह को समर्थन दिया है। वहीं आजसू ने कुशवाहा शिवपूजन मेहता पर दांव खेला है। वहीं राजद में संजय सिंह यादव को मैदान में उतारा है। यहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। गढ़वा इस विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के मिथिलेश ठाकुर के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है। दरअसल झामुमो ने पहले चरण की 4 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारा है। गुरुवार को समाप्त होगा प्रचार आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इन 13 सीटों के लिए 30 नवंबर को होने वाले मतदान के मद्देनजर गुरुवार की शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। बता दें कि प्रथम चरण के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई स्टार प्रचारक कैंपेनिंग कर चुके हैं। वहीं विपक्षी दलों की तरफ से झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और कांग्रेस के तरफ से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य स्टार प्रचारक चुनाव प्रचार में अपनी उर्जा लगा चुके हैं।
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