रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में मानवता शर्मसार हो रही है. शवगृह में लाशों को बगैर कुलिंग के रखा जा रहा है. शवगृह का डीप फ्रिज खराब होने की वजह से उसमें रखे गए शव सड़ने लगे हैं. इन शवों के बीच अमेरिकी नागरिक शव भी पड़ा हुआ है.
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23 अप्रैल को मैक्लुस्कीगंज में 70 वर्षीय अमेरिकी नागरिक मार्क्स लेदर डेल ने आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद उनके शव का पोस्टमार्टम किया गया और शव रिम्स प्रबंधन ने शवगृह में रखवा दिया. लेकिन पिछले 10 दिनों से शव बिना कुलिंग के ही पड़ा हुआ है. डीप फ्रिज में नहीं होने के कारण शव सड़ रहा है. रिम्स प्रबंधन और जिला प्रशासन ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
मंगलवार को ईद की छुट्टी के कारण निदेशक से लेकर रिम्स अधीक्षक छुट्टी पर रहे, जिस वजह से अधिकारियों के दफ्तर में ताला लटका रहा. इधर जिला प्रशासन ने मीडिया में आई खबरों के बाद मार्क्स के करीबी दोस्त कैलाश यादव को मार्क्स का शव सौपने का निर्णय लिया है. रिम्स के शवगृह में मार्क्स का शव है. मार्क्स पेशे से फोटोग्राफर थे. मीडिया में आई खबर के बाद संभावना है कि जल्द ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाए. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि शवगृह में लगे रेफ्रिजरेशन ठीक से काम क्यों नहीं कर रहे हैं. इसके लिए दोषी अधिकारियों पर क्या कार्रवाई होगी.
इस मामले में रिम्स उपाधीक्षक टी शैलेश ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. रिम्स के इस शवगृह में वर्तमान समय में दो दर्जन से अधिक शव हैं. सामान्य तौर शवगृह में रखे शव को माइनस 10 डिग्री तापमान पर रखा जाता है. लेकिन डीप फ्रिज के खराब होने और भीषण गर्मी की वजह से सभी शव सड़ रहे हैं.