रांचीः झारखंड में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा में शिक्षकों की भारी कमी है. शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षाविद और विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की ओर से लगातार शिक्षक नियुक्ति की मांग की जा रही है. नई शिक्षा नीति को धरातल पर उतारने के लिए शिक्षकों का होना शिक्षण संस्थानों में जरूरी है. इसको देखते हुए झारखंड के प्लस टू हाई स्कूलों ( Plus Two High Schools) में 11 विषयों में पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जेएएससी ने 2865 शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित विज्ञापन जारी किया है. इसमें 716 पद हाई स्कूल शिक्षकों के लिए आरक्षित रखा गया है. 25 अगस्त से ऑनलाइन आवेदन की मांग की है.
23 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन (Online Application) की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है. 29 सितंबर से लेकर 1 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन में अभ्यर्थी भूल सुधार करा सकते हैं. इसे लेकर अभ्यर्थियों को जेएसएससी के अधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा. जेएसएससी की ओर से 100 रुपये परीक्षा शुल्क निर्धारित किया है. हालांकि झारखंड के एसटीएससी अभ्यर्थियों को 50 रुपया ही परीक्षा शुल्क देना होगा. दिव्यांगों के लिए परीक्षा शुल्क की छूट दी गई है.
जेएसएससी द्वारा जारी विज्ञापन में कहा गया है कि जो अभ्यर्थी झारखंड से मैट्रिक और इंटर पास होंगे. वही विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा झारखंड के मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान से मैट्रिक इंटर पास करना अनिवार्य किया गया है. यह परीक्षा आयोग की ओर से कंप्यूटर आधारित सीबीटी मोड में लिया जाएगा.
इन विषयों में होगी नियुक्तिः केमिस्ट्री के 227, बायोलॉजी के 218, हिंदी के 163, अंग्रेजी के 211, भूगोल के 164, गणित के 185, भौतिकी के 251, संस्कृत के 159, इकोनॉमिक्स के 167, इतिहास के 183 और कॉमर्स के 200 पदों पर नियुक्ति होगी. हालांकि, अब भी कई विषयों और जनजातीय भाषाओं के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं में प्लस टू के शिक्षक नहीं है.
JSSC EXAM: प्लस टू हाई स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू, 25 से आवेदन की तिथि - झारखंड न्यूज
राज्य के प्लस टू हाई स्कूलों ( Plus Two High Schools) में 11 विषयों में पीजीटी प्रशिक्षित 2,865 शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हुआ है. हालांकि इसमें 718 पद हाई स्कूल शिक्षकों के लिए आरक्षित रखा गया है. राज्य सरकार के निर्देश पर जेएसएससी ने विज्ञापन जारी करते हुए 25 अगस्त से आवेदन की मांग की है.
![JSSC EXAM: प्लस टू हाई स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू, 25 से आवेदन की तिथि Recruitment process of teachers in plus two high schools started in Jharkhand](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-16012077-364-16012077-1659600945482.jpg?imwidth=3840)
रांचीः झारखंड में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा में शिक्षकों की भारी कमी है. शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षाविद और विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की ओर से लगातार शिक्षक नियुक्ति की मांग की जा रही है. नई शिक्षा नीति को धरातल पर उतारने के लिए शिक्षकों का होना शिक्षण संस्थानों में जरूरी है. इसको देखते हुए झारखंड के प्लस टू हाई स्कूलों ( Plus Two High Schools) में 11 विषयों में पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जेएएससी ने 2865 शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित विज्ञापन जारी किया है. इसमें 716 पद हाई स्कूल शिक्षकों के लिए आरक्षित रखा गया है. 25 अगस्त से ऑनलाइन आवेदन की मांग की है.
23 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन (Online Application) की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है. 29 सितंबर से लेकर 1 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन में अभ्यर्थी भूल सुधार करा सकते हैं. इसे लेकर अभ्यर्थियों को जेएसएससी के अधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा. जेएसएससी की ओर से 100 रुपये परीक्षा शुल्क निर्धारित किया है. हालांकि झारखंड के एसटीएससी अभ्यर्थियों को 50 रुपया ही परीक्षा शुल्क देना होगा. दिव्यांगों के लिए परीक्षा शुल्क की छूट दी गई है.
जेएसएससी द्वारा जारी विज्ञापन में कहा गया है कि जो अभ्यर्थी झारखंड से मैट्रिक और इंटर पास होंगे. वही विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा झारखंड के मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान से मैट्रिक इंटर पास करना अनिवार्य किया गया है. यह परीक्षा आयोग की ओर से कंप्यूटर आधारित सीबीटी मोड में लिया जाएगा.
इन विषयों में होगी नियुक्तिः केमिस्ट्री के 227, बायोलॉजी के 218, हिंदी के 163, अंग्रेजी के 211, भूगोल के 164, गणित के 185, भौतिकी के 251, संस्कृत के 159, इकोनॉमिक्स के 167, इतिहास के 183 और कॉमर्स के 200 पदों पर नियुक्ति होगी. हालांकि, अब भी कई विषयों और जनजातीय भाषाओं के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं में प्लस टू के शिक्षक नहीं है.