रांची: बुराई पर अच्छाई की जीत के त्योहार दशहरा को लेकर राजधानी सहित पूरे देश में रावण दहन का कार्यक्रम किया जाता है. रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में पंजाबी हिंदू बिरादरी की ओर से 1948 से रावण दहन का कार्यक्रम किया जा रहा है.
विजयादशमी पर रावण दहन कार्यक्रम को लेकर पंजाबी-हिंदू बिरादरी ने तैयारी पूरी कर ली है. रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले भी खड़े कर दिए गए हैं. कारीगर आतिशबाजी को लेकर तैयारी में जुटे हुए हैं
पंजाबी-हिंदू बिरादरी के कमेटी प्रवक्ता अनूप चावला ने बताया कि राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में पिछले 70 सालों से रावण दहन का कार्यक्रम किया जाता रहा है. हर साल रावण दहन कार्यक्रम को ज्यादा आकर्षक बनाने को लेकर तैयारी की जाती है. इस बार जमीनी आतिशबाजी से लेकर आकाशीय आतिशबाजी पर विशेष जोर दिया गया है. उन्होंने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास रावण का दहन करेंगे. वहीं, 30×30 की सोने की लंका का दहन भी किया जाएगा है.
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उन्होंने बताया कि पंजाबी-हिंदू बिरादरी के लोग पिछले 70 सालों से गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश कर रहे हैं. रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले का निर्माण गया के कारीगर मुस्लिम परिवार के लोगों की ओर से किया जाता है. उन्होंने कहा कि पंजाबी-हिंदू बिरादरी का मुख्य उद्देश्य भी है कि आपसी भाईचारगी लोगों में बनी रहे.