रांची: आरयू प्रशासन द्वारा शिक्षण शुल्क बढ़ाए जाने के खिलाफ छात्रों का आंदोलन शुरू हो चुका है. एबीवीपी, आजसू छात्र इकाई, आदिवासी छात्र संगठन समेत तमाम छात्र संगठनों ने आरयू के इस फैसले का विरोध कर आंदोलन की चेतावनी दी है.
आरयू प्रशासन द्वारा शिक्षण शुल्क बढ़ाए जाने के बाद विद्यार्थियों में काफी रोष है. यह मामला अब तूल पकड़ लिया है और विरोध शुरू हो चुका है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत आदिवासी छात्र संघ आजसू जैसे छात्र संगठनों ने शुल्क बढ़ोतरी का विरोध किया है. इसी कड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और आजसू छात्र इकाई ने वीसी रमेश कुमार पांडे से मुलाकात कर फीस बढ़ोतरी के निर्णय को वापस लेने की मांग की है.
मौके पर वीसी ने मामले में असमर्थता जताने पर छात्र संगठन के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया और बवाल काटा. छात्रों ने वीसी से इस्तीफे की मांग की गई उनकी मौजूदगी में रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे हाय हाय के नारे लगे. वीसी को चूड़ी पहन ने की नसीहत तक दे दी गई.
वहीं, आरयू प्रशासनिक भवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा ताले भी जड़ दिए गए. मौके पर जमकर हंगामा भी हुआ. तमाम छात्र संगठनों ने इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है. छात्र संगठनों का तर्क है कि अचानक इस तरह से फीस वृद्धि से गरीब तबके के विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
छात्र संगठनों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि फीस वृद्धि का और शिक्षण शुल्क बढ़ोतरी का निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन को वापस लेना ही होगा. इसके अलावा विद्यार्थियों ने चांसलर पोर्टल के जरिए नामांकन लिए जाने का विरोध भी विद्यार्थियों ने किया है. इस पूरे व्यवस्था को बंद करने की मांग विश्वविद्यालय प्रशासन से विद्यार्थियों ने की है.
मामले को लेकर वीसी रमेश कुमार पांडे ने कहा है कि विश्वविद्यालय के स्थापना के बाद से आज तक शिक्षण शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की गई थी. इससे पूर्व वर्ष 2004 में शिक्षण शुल्क में बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार किया गया था. लेकिन छात्र विरोध के कारण वह प्रस्ताव भी वापस ले लिया गया. अब राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने विवि प्रशासन को शिक्षण शुल्क बढ़ाने का निर्देश दिया है. ऐसे में सिंडिकेट की बैठक आयोजित कर इस मुद्दे पर दोबारा विचार किया जाएगा.