रांचीः रांची विश्वविद्यालय के रेडियो खांची 90.4 एफएम और भारत सरकार के विज्ञान प्रसार डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के बीच दो एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है. इस अवसर पर भारत सरकार के अधिकारियों के साथ साथ आरयू के अधिकारी मौजूद थे.
यह भी पढ़ेंःरेडियो खांची ने किया 9 जनजातीय भाषाओं का संग्रह, ऑडियो मैगजीन भी तैयार
एमओयू पर सहमति बनने के बाद रांची विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो कामिनी कुमार और विज्ञान प्रसार के निदेशक डॉ नकुल पराशर ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है. पहला एमओयू विज्ञान का प्रचार प्रसार जनजातीय भाषा और जनजाति क्षेत्रों में रेडियो खांची 90.4 एफएम रांची यूनिवर्सिटी की ओर से किया जाएगा. इसके तहत देश के 10 जनजातीय क्षेत्रों में अवस्थित सामुदायिक रेडियो स्टेशन का मेंटरशिप भी रांची विश्वविद्यालय करेगा. वहीं, दूसरा एमओयू विज्ञान का प्रचार प्रसार बुजुर्गों के लिये रेडियो खांची 90.4 एफएम की ओर से किया जाएगा. इसके तहत देश के 10 सामुदायिक रेडियो स्टेशंस का मेंटरशिप रांची विश्वविद्यालय को ही मिली है.
विज्ञान प्रसार के निदेशक डॉ नकुल पराशर के साथ सलाहकार डॉ बीएस त्यागी, रजिस्ट्रार इंदरजीत सिंह, रजिस्ट्रार विज्ञान प्रसार, प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ कपिल त्रिपाठी, प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर कम्युनिटी रेडियो निमिष कपूर, प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर जनजातीय विज्ञान प्रसार डॉ भारत भूषण उपस्थित थे. विश्वविद्यालय के उप कुलपति डॉ प्रीतम कुमार और रेडियो खांची के निदेशक डॉ आनंद कुमार ठाकुर को इस प्रोग्राम की जिम्मेदारी दी गई है.
रांची विश्वविद्यालय के कम्युनिटी रेडियो 90.4 एफएम को भारत सरकार के विभिन्न समूह की ओर से कई प्रोजेक्ट दिए गए हैं. अब तक डेढ़ सौ से अधिक प्रोजेक्टों पर रांची विश्वविद्यालय ने काम किया है. वहीं, कोरोना काल के दौरान 16 सौ से अधिक लेक्चर का भी प्रसारण किया जा चुका है, जिससे विद्यार्थियों को काफी लाभ मिला. इस एमओयू से रांची विश्वविद्यालय को काफी लाभ मिलेगा. रांची विश्वविद्यालय के कुलपति कामिनी कुमार ने बताया कि इस समझौता विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होगा.