रांचीः राजधानी के अशोक नगर में 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला मालम्बिका सिन्हा हत्याकांड का रांची पुलिस ने खुलासा कर लिया है. भारतीय स्टेट बैंक के सेवनिवृत डीजीएम की पत्नी मालम्बिका सिन्हा की हत्या में शामिल औरंगजेब और जफर को रांची पुलिस ने धर दबोचा है. औरंगजेब की गिरफ्तारी मंगलवार को हुई थी, जबकि जफर बुधवार की देर रात जफर को पकड़ा गया. दोनों ने लूट के इरादे से घटना को अंजाम दिया था. सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की.
ये भी पढ़ेंः मालम्बिका सिन्हा हत्याकांड का खुलासा, रांची पुलिस ने 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार, लूट का राज खुलने के डर से की थी हत्या
पहले की हत्या फिर शुरू की लूटः रांची के अशोकनगर स्थित मकान संख्या 398 बी में होली के ठीक एक दिन पहले शातिर अपराधी औरंगजेब और जफर ने पहले खून की होली खेली थी और फिर घर में लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था. मिली जानकारी के अनुसार घर में आने के बाद कुछ देर महिला से बातचीत करने के बाद औरंगजेब ने अचानक बुजुर्ग महिला पर चाकू से हमला कर दिया और उन्हें मार डाला. हत्या करने के बाद दोनों ने लूटपाट करना शुरू किया था. घटना को अंजाम देने में नरकोपी निवासी औरंगजेब और जफर शामिल थे. पुलिस ने हत्याकांड के बाद दोनों को भगाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नौशाद को भी गिरफ्तार किया है. नौशाद ने घटना के बाद टीवी देखकर औरंगजेब और जफर को अलर्ट किया था. कहा था छुप जाओ, वरना पुलिस पकड़ लेगी.
घर में कर चुका था कामः गिरफ्तार औरंगजेब पहले बुजुर्ग महिला के घर रंग-रोगन का काम कर चुका था. काम मांगने के बहाने ही वह घर में आराम से घुसा था. घुसने के बाद बुजुर्ग महिला से काम मांगा. बातचीत के दौरान घर की नौकरानी ने उसे लड्डू और पानी दिया. लड्डू खाने के बाद अचानक उसने बुजुर्ग महिला पर प्रहार कर दिया. औरंगजेब महिला को चाकू मार रहा था. जबकि जफर अलमीरा तोड़ रहा था. हड़बड़ी में अलमीरा नहीं टूटा. इस वजह से एक सोने की चूड़ी, तीन मोबाइल, रोल-गोल्ड के कुछ गहने, सोने की अंगूठी लेकर फरार हो गए.
क्या है पूरा मामलाः बीते शुक्रवार को रांची के अशोक नगर रोड नंबर 4 के 398 बी में इस वारदात को उस समय अंजाम दिया गया. जब रिटायर्ड डीजीएम विजय सिन्हा घर के कुछ काम को लेकर बाहर गए हुए थे. उसी दौरान दो अपराधी घर में पहुंचे थे और मालम्बिका सिन्हा को अकेले पाकर उनसे लूटपाट करने लगे. जब मालम्बिका सिन्हा ने लूट का विरोध किया. तब उन्होंने उनपर चाकू से हमला कर मार डाला. इस दौरान दोनों अपराधी उनका मोबाइल, एक सोने की चूड़ी और गले में पहना हुआ रोल गोल्ड का हार लेकर फरार हो गए थे. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने लूटा हुआ मोबाइल भी बरामद कर लिया है. वारदात को अंजाम देने के बाद जब अपराधी भाग रहे थे तब दोनों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. उसी के आधार पर पुलिस ने औरंगजेब को दबोच लिया है.