रांची: अनलॉक के शुरू होते ही राजधानी रांची सहित झारखंड के अन्य जिलों में भी अपराधियों ने अपनी हलचल शुरू कर दी है. नतीजा आए दिन हत्या, लूट, चोरी और डकैती की वारदातें सामने आ रही हैं. वारदात हो रहे हैं तो उनमें शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी भी की जा रही है. कोरोना संक्रमण से पहले पुलिस बेहिचक अपराधियों की गिरफ्तारी करती थी, लेकिन अब यह ट्रेंड बदल चुका है. पुलिस अब किसी भी अपराधी पर हाथ डालने से पहले एक हजार बार सोच रही है. क्योंकि उन्हें यह डर है कि कहीं पकड़ा गया अपराधी कोरोना से संक्रमित तो नहीं. अनलॉक के बाद सड़क पर भीड़ भी काफी बढ़ गई है. ऐसे में 24 घंटे ड्यूटी करने वाले पुलिस के जवान भी काफी सहमे हुए ड्यूटी कर रहे हैं. हालांकि, उनका कहना है कि उनकी ड्यूटी है तो उन्हें करना ही होगा. इसके लिए वे अपनी सुरक्षा का ख्याल रखते हैं.
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विशेष ध्यान रखा जा रहा
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता के अनुसार, कोरोना संक्रमण का खतरा सबको है, अब वो चाहे वह आम इंसान हो या फिर पुलिसकर्मी. आम इंसान चाहे तो भीड़भाड़ वाले जगहों पर न भी जाएं तो उनका काम हो सकता है. लेकिन पुलिसवालों के लिए समय एकदम विपरीत है. पुलिस के सामने कई चुनौतियां हैं. उन्हें अपराधियों को गिरफ्तार भी करना है. जिसके लिए उन्हें फिजिकल रूप से एक्टिव होना पड़ता है. ऐसे में गिरफ्तारी के लिए निकलने वाली टीम को अलग से निर्देश जारी किए गए हैं. टीम में सभी को उच्च गुणवत्ता वाले मास्क, हैंडलर और सेनेटाइजर दिए गए हैं. सीनियर एसपी के अनुसार, इस कठिन परिस्थिति में अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. पुलिसवालों का पुलिस मुख्यालय की तरफ से विशेष ध्यान भी रखा जा रहा है. उन्हें प्रतिरोधक क्षमता की दवा के साथ ही उनके खाने-पीने का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
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पकड़े गए सभी अपराधियों की कोरोना जांच कराई जा रही है
झारखंड के डीजीपी एमवी राव की माने तो कोरोना काल के दौरान गिरफ्तार किए जा रहे सभी अपराधियों की कोरोना जांच कराई जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद ही उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है. उदाहरण के तौर पर अगर किसी अपराधी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो उसे पुलिस सुरक्षा में अस्पताल ले जाया जाता है और रिपोर्ट नेगेटिव आने पर कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेजा जाता है. वहीं, वैसे कैदी जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है फिर भी उन्हें एहतियात के तौर पर जेल के अंदर ही बने क्वॉरेंनटाइन सेंटर में 15 दिनों तक रखा जाता है.