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रांची पुलिस ने तीन महीने में 150 से अधिक लंबित मामलों का किया निष्पादन, पुलिसकर्मियों को किया गया सम्मानित

रांची पुलिस ने क्राइम कंट्रोल करने और पुराने लंबित मामल को निपटाने के लिए रांची एसएसपी के नेतृत्व में बैठक की. इस बैठक में लंबित मामलों की समीक्षा की गई.

Ranchi Police executed more than 150 pending cases
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Published : Oct 23, 2021, 4:47 PM IST

Updated : Oct 23, 2021, 5:51 PM IST

रांची: राजधानी में लंबित कांडों की समीक्षा के लिए शनिवार को रांची एसएसपी के नेतृत्व में रूरल एसपी, सिटी एसपी, डीएसपी और थानेदारों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में लंबित कांडों की समीक्षा की गई. समीक्षा में यह बात निकलकर आई कि पिछले तीन महीने में रांची पुलिस के द्वारा बनाई गई विशेष टीमों ने 150 से अधिक केसों का निष्पादन कर दिया है, इनमे से कई केस ऐसे भी थे जो 10 साल से फाइलों में दबे हुए थे. इस दौरान बेहतर कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को एसएसपी के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर भी सम्मानित किया गया.

तीन महीने में 150 से ज्यादा केसों का निष्पादन
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि लंबित मामलों को लेकर पुलिस की फजीहत हो रही थी. जिसे देखते हुए सिटी एसपी सौरभ कोई जिम्मेदारी दी गई थी कि वे जल्द से जल्द लंबित केसों को निपटाने का काम करवाएं. जिसके बाद सिटी एसपी ने राजधानी में 2 स्पेशल टीम का गठन किया था. एक स्पेशल टीम का नाम स्पेशल 40 जबकि दूसरे का स्पेशल 24. स्पेशल 24 की टीम ने सिर्फ साइबर अपराध से जुड़े मामलों को सुलझाने में मेहनत किया जिसका परिणाम भी उन्हें मिला. कई अनसुलझे साइबर केस इस टीम ने सुलझाए जिनमें कई गिरफ्तारियां भी की गई. वहीं रांची के थानों में लंबित कांडों का निष्पादन करने के लिए बनी स्पेशल 40 टीम ने पिछले 3 महीने में 150 से अधिक कांडों का निष्पादन किया है.

देखें वीडियो



64 एसआई को दी गई थी जिम्मेदारी
लंबित कांडों को जल्द से जल्द निपटाने के लिए कुल 64 एसआई के रैंक के पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी. इसमें थानों में लंबित कांड को समझाने के लिए 40 एसआई लगे थे. जबकि साइबर मामलों को सुलझाने के लिए 24 एसआई. टीम की मदद लिए तीन सीनियर सर्किल इंस्पेक्टर को भी दिया गया. वहीं, मामलों की मॉनिटरिंग को लेकर संबधित डीएसपी को भी डेप्युट किया गया था. दोनों ही टीम को रांची के सिटी एसपी खुद मॉनिटर कर रहे थे.

ये भी पढ़ें: अनसुलझे साइबर मामलों को सुलझाएगी 'स्पेशल 24' टीम, 3 महीने में देना है रिजल्ट

विधि व्यवस्था से रखा गया था अलग
स्पेशल 40 और 24 टीम के सदस्यों को विधि व्यवस्था की ड्यूटी से अलग रखा गया था. यहां तक कि उनकी ट्रांसफर पोस्टिंग पर भी रोक लगायी गई थी. टीम सिर्फ अनुसंधान का कार्य कर रही है ताकि लंबित मामले का निष्पादन हो सके.

बेहतर काम करने वाले हुए सम्मानित
पुराने लंबित मामलों को निपटाने में जिन पुलिसकर्मियों ने बेहतर योगदान दिया था उन्हें रांची के सीनियर एसपी के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया. सीनियर एसपी के अनुसार जो भी बेहतर काम करेगा उसके मनोबल को बढ़ाने के लिए सीनियर पुलिस अधिकारी उनके साथ हैं.

पर्व त्योहार को लेकर निगरानी रखने के आदेश
आगामी छठ और दीपावली पर को देखते हुए भी समीक्षा बैठक में सीनियर एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने अपने इलाके में टीमों को भ्रमणसील रखे, ताकि पर्व त्यौहार के दौरान किसी भी तरह की घटना ना हो.

रांची: राजधानी में लंबित कांडों की समीक्षा के लिए शनिवार को रांची एसएसपी के नेतृत्व में रूरल एसपी, सिटी एसपी, डीएसपी और थानेदारों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में लंबित कांडों की समीक्षा की गई. समीक्षा में यह बात निकलकर आई कि पिछले तीन महीने में रांची पुलिस के द्वारा बनाई गई विशेष टीमों ने 150 से अधिक केसों का निष्पादन कर दिया है, इनमे से कई केस ऐसे भी थे जो 10 साल से फाइलों में दबे हुए थे. इस दौरान बेहतर कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को एसएसपी के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर भी सम्मानित किया गया.

तीन महीने में 150 से ज्यादा केसों का निष्पादन
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि लंबित मामलों को लेकर पुलिस की फजीहत हो रही थी. जिसे देखते हुए सिटी एसपी सौरभ कोई जिम्मेदारी दी गई थी कि वे जल्द से जल्द लंबित केसों को निपटाने का काम करवाएं. जिसके बाद सिटी एसपी ने राजधानी में 2 स्पेशल टीम का गठन किया था. एक स्पेशल टीम का नाम स्पेशल 40 जबकि दूसरे का स्पेशल 24. स्पेशल 24 की टीम ने सिर्फ साइबर अपराध से जुड़े मामलों को सुलझाने में मेहनत किया जिसका परिणाम भी उन्हें मिला. कई अनसुलझे साइबर केस इस टीम ने सुलझाए जिनमें कई गिरफ्तारियां भी की गई. वहीं रांची के थानों में लंबित कांडों का निष्पादन करने के लिए बनी स्पेशल 40 टीम ने पिछले 3 महीने में 150 से अधिक कांडों का निष्पादन किया है.

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64 एसआई को दी गई थी जिम्मेदारी
लंबित कांडों को जल्द से जल्द निपटाने के लिए कुल 64 एसआई के रैंक के पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी. इसमें थानों में लंबित कांड को समझाने के लिए 40 एसआई लगे थे. जबकि साइबर मामलों को सुलझाने के लिए 24 एसआई. टीम की मदद लिए तीन सीनियर सर्किल इंस्पेक्टर को भी दिया गया. वहीं, मामलों की मॉनिटरिंग को लेकर संबधित डीएसपी को भी डेप्युट किया गया था. दोनों ही टीम को रांची के सिटी एसपी खुद मॉनिटर कर रहे थे.

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विधि व्यवस्था से रखा गया था अलग
स्पेशल 40 और 24 टीम के सदस्यों को विधि व्यवस्था की ड्यूटी से अलग रखा गया था. यहां तक कि उनकी ट्रांसफर पोस्टिंग पर भी रोक लगायी गई थी. टीम सिर्फ अनुसंधान का कार्य कर रही है ताकि लंबित मामले का निष्पादन हो सके.

बेहतर काम करने वाले हुए सम्मानित
पुराने लंबित मामलों को निपटाने में जिन पुलिसकर्मियों ने बेहतर योगदान दिया था उन्हें रांची के सीनियर एसपी के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया. सीनियर एसपी के अनुसार जो भी बेहतर काम करेगा उसके मनोबल को बढ़ाने के लिए सीनियर पुलिस अधिकारी उनके साथ हैं.

पर्व त्योहार को लेकर निगरानी रखने के आदेश
आगामी छठ और दीपावली पर को देखते हुए भी समीक्षा बैठक में सीनियर एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने अपने इलाके में टीमों को भ्रमणसील रखे, ताकि पर्व त्यौहार के दौरान किसी भी तरह की घटना ना हो.

Last Updated : Oct 23, 2021, 5:51 PM IST
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