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रांची पुलिस की गिरफ्त में आया मुरगन गैंग का सरदार, चोरी के बाद भागने के दौरान पकड़ा गया सरदार - Jharkhand News

मुरुगन चोर गिरोह के मुखिया को रांची पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है. वहीं गैंग के 8 सदस्य अब भी फरार हैं. मुरुगन को एसएन गांगुली रोड से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद मुरुगन ने अपने गैंग के बारे में कई सारे खुलासे किए, जिसमें उसने कहा कि चोरी करना उनका मुख्य धर्म है.

मुरगन गैंग का सरदार गिरफ्तार
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Published : Jul 16, 2019, 4:53 PM IST

रांची: राजधानी में कुख्यात कोढ़ा गिरोह के बाद अब तमिलनाडु का मुरगन गैंग आतंक मचाए हुए है. हालांकि मुरुगन चोर गिरोह के मुखिया को रांची पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है. गिरोह के मुखिया का नाम मुरुगन मानीकम है.

देखें पूरी खबर


इस गैंग ने कई बार चोरी की वारदात को अंजाम देकर रांची पुलिस की नींद हराम कर दी थी. वहीं, गिरोह के 8 लोग अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. गिरफ्तारी के बाद मुरुगन ने गिरोह के लेकर कई सारी बातों का खुलासा किया है.


चोरी करना ही इनका मुख्य धर्म
जानकारी के अनुसार इस गिरोह के लोग हथियार नहीं रखते हैं. लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए नशीली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं. यही वजह है कि यह जल्दी पकड़ में नहीं आते. अगर इनका कोई सदस्य गिरफ्तार भी हो जाए, तब भी यह चोरी की वारदात को अंजाम देने से नहीं चूकते. इनका मानना है कि चोरी इनका मुख्य धर्म है और इसे किसी भी कीमत में पूरा करना है.


बेहद शातिर है ये गिरोह, पूरा गाँव करता है चोरी
मुरुगन ने बताया कि उसका पूरा गांव चोरी करता है. करीब डेढ़ सौ लोग चोरी के धंधे में लगे हैं. उनका जीवन यापन भी इसी धंधे से होता है. गांव में सभी का अपना-अपना गिरोह है. यह पहले तय हो जाता है कि कौन गिरोह किस राज्य में जाएगा. जिस राज्य में गिरोह के सदस्य पकड़े जाते हैं, दोबारा वहां चोरी की घटना को अंजाम नहीं देते हैं .
सिर्फ तीन पर्व त्योहार पर करते हैं चोरी


ये लोग अलग-अलग राज्यों में 3 पर्व के दौरान ही चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. गिरोह तीन पर्व सावन, दुर्गापूजा और संक्रांति के मौके पर चोरी ही करता है. उनका ऐसा मानना है कि इस दौरान उनके ईश्वर उनकी रक्षा करते हैं. मुरुगन 25 साल की उम्र से चोरी कर रहा है इस वक्त उसकी उम्र 50 साल है.


आधा दर्जन राज्यों में कर चुका है चोरी
यह गिरोह देश के आधा दर्जन से अधिक राज्यों के बैंकों में चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है. तामिलनाडु, आंध्र प्रदेश, बंगाल, केरला, महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड के बैंकों में चोरी की वारदात कर चुका है.


थाना में भी रखा है गुप्तचर
मुरुगन ने बताया कि मलई थाना में भी उनका एक गुप्तचर है. जो हर तरह की जानकारी उन्हें उपलब्ध कराता है. देश के किसी भी थाने की पुलिस जब वहां पहुंचती है, उनके आने की खबर थाना से उन्हें प्राप्त हो जाता है. सूचना देने के एवज में उसे गिरोह की ओर से कमीश्न भी दिया जाता है.


सिंडिकेट, एसबीआई को बनाया था पहला निशाना
गिरोह के लोग सोमवार की सुबह साढ़े नौ बजे जमशेदपुर से रांची आए थे. इसके बाद वे सबसे पहले मेन रोड स्थित सिंडिकेट बैंक गए. लेकिन वहां पर उन्हें चोरी करने की जगह नहीं मिली. इसके बाद वो कचहरी रोड स्थित एसबीआई गए. वहां कैश काउंटर में शेड होने की वजह से वो लौट गए. इसलिए उन्होंने केनरा बैंक में चोरी की घटना को अंजाम दिया.

ये भी देखें- CM रघुवर दास ने किया था RIMS के ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन, अब तक नहीं हुआ शुरू


बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए रेड अर्लट जारी
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि यह गिरोह बेहद शातिर है. इस गिरोह का एक सदस्य पुलिस के हाथ आ चुका है. जबकि बाकी 8 सदस्य अभी भी फरार चल हैं . जिनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है. उम्मीद है कि सभी जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में होंगे.

रांची: राजधानी में कुख्यात कोढ़ा गिरोह के बाद अब तमिलनाडु का मुरगन गैंग आतंक मचाए हुए है. हालांकि मुरुगन चोर गिरोह के मुखिया को रांची पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है. गिरोह के मुखिया का नाम मुरुगन मानीकम है.

देखें पूरी खबर


इस गैंग ने कई बार चोरी की वारदात को अंजाम देकर रांची पुलिस की नींद हराम कर दी थी. वहीं, गिरोह के 8 लोग अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. गिरफ्तारी के बाद मुरुगन ने गिरोह के लेकर कई सारी बातों का खुलासा किया है.


चोरी करना ही इनका मुख्य धर्म
जानकारी के अनुसार इस गिरोह के लोग हथियार नहीं रखते हैं. लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए नशीली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं. यही वजह है कि यह जल्दी पकड़ में नहीं आते. अगर इनका कोई सदस्य गिरफ्तार भी हो जाए, तब भी यह चोरी की वारदात को अंजाम देने से नहीं चूकते. इनका मानना है कि चोरी इनका मुख्य धर्म है और इसे किसी भी कीमत में पूरा करना है.


बेहद शातिर है ये गिरोह, पूरा गाँव करता है चोरी
मुरुगन ने बताया कि उसका पूरा गांव चोरी करता है. करीब डेढ़ सौ लोग चोरी के धंधे में लगे हैं. उनका जीवन यापन भी इसी धंधे से होता है. गांव में सभी का अपना-अपना गिरोह है. यह पहले तय हो जाता है कि कौन गिरोह किस राज्य में जाएगा. जिस राज्य में गिरोह के सदस्य पकड़े जाते हैं, दोबारा वहां चोरी की घटना को अंजाम नहीं देते हैं .
सिर्फ तीन पर्व त्योहार पर करते हैं चोरी


ये लोग अलग-अलग राज्यों में 3 पर्व के दौरान ही चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. गिरोह तीन पर्व सावन, दुर्गापूजा और संक्रांति के मौके पर चोरी ही करता है. उनका ऐसा मानना है कि इस दौरान उनके ईश्वर उनकी रक्षा करते हैं. मुरुगन 25 साल की उम्र से चोरी कर रहा है इस वक्त उसकी उम्र 50 साल है.


आधा दर्जन राज्यों में कर चुका है चोरी
यह गिरोह देश के आधा दर्जन से अधिक राज्यों के बैंकों में चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है. तामिलनाडु, आंध्र प्रदेश, बंगाल, केरला, महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड के बैंकों में चोरी की वारदात कर चुका है.


थाना में भी रखा है गुप्तचर
मुरुगन ने बताया कि मलई थाना में भी उनका एक गुप्तचर है. जो हर तरह की जानकारी उन्हें उपलब्ध कराता है. देश के किसी भी थाने की पुलिस जब वहां पहुंचती है, उनके आने की खबर थाना से उन्हें प्राप्त हो जाता है. सूचना देने के एवज में उसे गिरोह की ओर से कमीश्न भी दिया जाता है.


सिंडिकेट, एसबीआई को बनाया था पहला निशाना
गिरोह के लोग सोमवार की सुबह साढ़े नौ बजे जमशेदपुर से रांची आए थे. इसके बाद वे सबसे पहले मेन रोड स्थित सिंडिकेट बैंक गए. लेकिन वहां पर उन्हें चोरी करने की जगह नहीं मिली. इसके बाद वो कचहरी रोड स्थित एसबीआई गए. वहां कैश काउंटर में शेड होने की वजह से वो लौट गए. इसलिए उन्होंने केनरा बैंक में चोरी की घटना को अंजाम दिया.

ये भी देखें- CM रघुवर दास ने किया था RIMS के ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन, अब तक नहीं हुआ शुरू


बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए रेड अर्लट जारी
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि यह गिरोह बेहद शातिर है. इस गिरोह का एक सदस्य पुलिस के हाथ आ चुका है. जबकि बाकी 8 सदस्य अभी भी फरार चल हैं . जिनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है. उम्मीद है कि सभी जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में होंगे.

Intro:राजधानी रांची में बिहार के कटिहार के कुख्यात कोढ़ा गिरोह के बाद अब तमिलनाडु का मुरगन गैंग आतंक मचाए हुए हैं। इस गैंग को देश भर में तमिल मुरुगन गैंग के रूप में जाना जाता है। सोमवार की सुबह से लेकर शाम तक कई चोरी की वारदात को अंजाम देकर इस गैंग रांची पुलिस की नींद हराम कर दी थी। हालांकि इस गिरोह का प्रमुख सदस्य मुरुगन पुलिस के कब्जे में आ चुका है। लेकिन अभी भी 8 से 9 लोग इस गिरोह के राजधानी रांची में घूम रहे हैं।

गिरफ्तारी से नही पड़ता कोई प्रभाव

रांची पुलिस को जो जानकारी मिली है। उसके अनुसार इस गिरोह के लोग हथियार नहीं रखते हैं ।लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए नशीली दवाइयां अपने साथ रखते हैं। यही वजह है कि यह जल्दी पकड़ में नहीं आते। पुलिस को एक और बेहद चौंकाने वाली जानकारी यह मिली है कि अगर इनका कोई सदस्य गिरफ्तार भी हो जाए, तभी यह चोरी की वारदात को अंजाम देने से नहीं चूकते हैं। दरअसल यह लोग यह मानते हैं कि चोरी इनका मुख्य धर्म है और इसे किसी भी कीमत में पूरा करना है। यही वजह है कि रांची पुलिस परेशान है क्योंकि एक दिन में ही इस गैंग ने रांची पुलिस पुलिसिंग की पोल खोल कर रख दी ।

बेहद शातिर है ये गिरोह ,पूरा गाँव करता है चोरी

रांची के एसएन गांगुली रोड स्थित केनरा बैंक में चोरी करते हुए धराया मुरुगन मानीकम ने रांची पुलिस के सामने कई खुलासा किये है। उसने पुलिस को बताया कि तामिलनाडु के तिरूचिरापल्ली जिले के स्वलन नगर थाना क्षेत्र के मुलई गांव के डेढ़ सौ लोग चोरी के धंधे में लगे हैं। उनका जीवन यापन भी इसी धंधे से होता है। उसने बताया कि गांव में सभी का अपना-अपना गिरोह है। एक गिरोह में पांच से छह की संख्या में लोग हैं। यह पहले तय हो जाता है कि कौन गिरोह किस राज्य में जाएगा। जिस राज्य में गिरोह के सदस्य पकड़े जाते हैं, दोबारा वहां चोरी की घटना को वे अंजाम नहीं देते हैं।

सिर्फ तीन पर्व त्योहार पर करते है चोरी
पकड़े गए मुरूगन ने पुलिस के सामने यह बताएं कि वे लोग अलग-अलग राज्यों में 3 पर्व के दौरान ही चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं ।ऐसा माना जाता है कि इस दौरान उनके ईश्वर उनकी रक्षा करते हैं।पूछताछ में उसने पुलिस को यह भी जानकारी दी कि उनका गिरोह तीन पर्व सावन, दुर्गापूजा और संक्रांति के मौके पर चोरी ही करता है।

25 साल से कर रहा है चोरी

पूछताछ में मुरुगन ने पुलिस को बताया कि वे 25 साल की उम्र से वह चोरी कर रहा है। इस वक्त उसकी उम्र 50 साल है। घर के कई लोग भी इस धंधे में लगे हैं।

आधा दर्जन बार जा चुका है जेल

गिरफ्तार मुरुगन मानीकम आधा दर्जन बार जेल जा चुका है। मदुरई में तीन और तामिलनाडु दो और वेल्लोर में एक बार जेल जा चुका है।

आधा दर्जन राज्यों में कर चुका है चोरी

गिरफ्तार आरोपी मुरुगन मानीकम ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि उनका गिरोह देश के आधा दर्जन से अधिक राज्यों के बैंकों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। उसने बताया कि तामिलनाडु, आंद्र प्रदेश, बंगाल, केरला, महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड के बैंकों में चोरी की वारदात कर चुका है।

थाना में भी रखा है गुप्तचर

मुरुगन ने बताया कि मलई थाना में भी उनका एक गुप्तचर है। जो हर तरह की जानकारी उन्हें उपलब्ध कराता है। देश के किसी भी थाने की पुलिस जब वहां पहुंचती है, उनके आने की खबर थाना से उन्हें प्राप्त हो जाता है। सूचना देने के एवज में उसे गिरोह की ओर से कमीश्न भी दिया जाता है।

सिंडिकेट, एसबीआई में नहीं कर सके थे चोरी

गिरफ्तार आरोपी मुरुगन मानीकम ने पुलिस को बताया कि वे और उनके गिरोह के लोग सोमवार की सुबह साढ़े नौ बजे जमशेदपुर से रांची आए थे। इसके बाद वे सबसे पहले मेन रोड स्थित सिंडिकेट बैंक गए। लेकिन वहां पर उन्हें चोरी करने की जगह नहीं मिली। इसके बाद वे कचहरी रोड स्थित एसबीआई बैंक गए। वहां कैश काउंटर में शेड होने की वजह से वे लौट गए। इसके बाद वे केनरा बैंक पहुंचे थे।

बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए रेड जारी

रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि यह गिरोह बेहद शातिर है। इस गिरोह का एक सदस्य पुलिस के हाथ आ चुका है ।जबकि बाकी 8 सदस्य अभी भी फरार चल रहे हैं ।जिनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है ।उम्मीद है कि सभी जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में होंगे। रांची की कोतवाली पुलिस ने आज मुरुगन को जेल भेज दिया है।


बाइट - अनीश गुप्ता ,एसएसपी रांची।Body:1Conclusion:2
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