रांची: झारखंड में चल रहे हेमंत सोरेन की गठबंधन सरकार को गिराने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. झारखंड सरकार गिराने की साजिश (conspiracy to topple jharkhand government) में शामिल 3 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के लिए पुलिस ने अदालत से रिमांड की मांग की है. जिसे लेकर रांची व्यवहार न्यायालय (Ranchi civil court) के सीजीएम कोर्ट में रांची पुलिस ने आवेदन दिया है.
ये भी पढ़ें: सरकार गिराने की साजिश मामले में रडार पर जेएमएम के 6 विधायक, पार्टी की ओर से रखी जा रही नजर
तीन दिनों की रिमांड की मांग
साजिश में गिरफ्तार तीन लोगों को रांची पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी. पुलिस ने आवेदन में अभिषेक दुबे अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो से पूछताछ के लिए 3 दिनों की रिमांड की मांग की है. इन आरोपियों पर आईपीसी की धारा 419, आईपीसी की धारा 420, आईपीसी की धारा 124 A, आईपीसी की धारा 34, आरपी एक्ट की धारा 147(B), पीसी एक्ट की धारा 8/9 लगाई गई है.
तीन लोगों को किया गया था गिरफ्तार
दरअसल, झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ साजिश का खुलासा हुआ था. सरकार में शामिल विधायकों को पैसे का लालच देकर हेमंत सरकार को अल्पमत में लाने की कोशिश की जा रही थी. साजिश की भनक स्पेशल ब्रांच को लग गई, जिसके बाद राजधानी रांची के एक बड़े होटल से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियो में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो शामिल हैं. इसकी जांच का जिम्मा डीएसपी प्रभात रंजन बड़वार को दिया गया है.
ये भी पढ़ें: झारखंड में ऑपरेशन लोटस! जांच के रडार पर महाराष्ट्र BJP के नेता
50 लाख देने का लालच
इस मामले में आरोपी निवारण कुमार महतो ने यह स्वीकार किया है कि सरकार गिराने के लिए विधायकों के खरीद फरोख्त के बदले उसे 50 लाख देने का लालच दिया गया था. अमित सिंह ने उसे पहले लालच दिया था कि अगर वह उसके संपर्क में होता तो वो विधानसभा में उसे बोकारो से उम्मीदवार बना देता.
सरकार को नहीं है कोई खतरा
झारखंड विधानसभा में 81 सीटें हैं. झामुमो, कांग्रेस और राजद ने मिलकर सरकार बनाई है. झामुमो को 30, कांग्रेस को 16 और राजद के पास 1 सीट है. भाजपा के पास 26 सीटें हैं. बाकी सीटों में आजसू, सीपीआईएम, एनसीपी और को भी एक-एक सीट मिली है. इसके अलावा जेवीएम से चुनाव जीते बाबूलाल मरांडी भाजपा में और प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. हेमंत सरकार के पास कुल 51 विधायकों का समर्थन प्राप्त है जो बहुमत से 10 ज्यादा. ऐसे में फिलहाल सरकार को कोई खतरा नहीं दिख रहा है.