रांची: कोरोना वायरस के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के पहले चरण से लेकर चौथे चरण तक, लॉकडाउन उल्लंघन के सबसे ज्यादा मामले रांची में दर्ज किए गए हैं. वहीं कोरोना को लेकर सोशल साइट्स पर नफरत भरे पोस्ट करने या अफवाह फैलाने को लेकर सबसे अधिक मामले पलामू में दर्ज किए गए हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े
झारखंड पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के मुताबिक लॉकडाउन के चौथे चरण के बीच अब तक कुल 1916 केस लॉकडाउन तोड़ने को लेकर हुए हैं. इन मामलों में 87002 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें से पुलिस ने 3900 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. रांची में लॉकडाउन टूटने के सर्वाधिक 383 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से 1216 लोगों को पुलिस ने आरोपी बनाया है, जिनमें से 470 की गिरफ्तारी हुई है. हालांकि लॉकडाउन तोड़ने को लेकर सर्वाधिक 1625 गिरफ्तारियां जमशेदपुर में हुई है, जबकि वहां लॉकडाउन टूटने के मात्र 182 मामले ही दर्ज किए गए हैं.
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किस जिले में कितने मामले हुए दर्ज
लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर राजधानी रांची के बाद सबसे ज्यादा मामले जमशेदपुर में हुए हैं. धनबाद में 170 मामलों में 429 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिसमें 209 लोगो की गिरफ्तारियां हुई हैं. खूंटी में 55 केस में 84, रामगढ़ में 10 केस में दो, लोहरदगा में 40 केस में 12, गुमला में 54 केस में 140, सिमडेगा में 17 केस में 27, चाईबासा में 71 केस में 346, सरायकेला में 43 केस में 125, बोकारो में 108 केस में 156, पलामू में 151 केस में 39 और गढ़वा में 154 केस में 57 गिरफ्तारी हुई है. पलामू और गढ़वा में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद लॉकडाउन में सख्ती बढ़ती जा रही है. उम्मीद जताया जा रहा है कि लॉकडाउन 4.0 में इन दोनों जिलों से यह मामले और बढ़ेंगे.
हेट क्राइम के 160 मामलों में 122 गिरफ्तार
पूरे झारखंड में लॉकडाउन के दौरान हेट क्राइम या अफवाह संबंधी पोस्ट के लेकर 160 मामले दर्ज किए गए. इन कांडों में 249 आरोपियों में से 122 लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं. झारखंड के पलामू जिले में सबसे अधिक 22 केस दर्ज किए गए हैं और वहां 24 आरोपियों में से 11 को जेल भेज दिया गया है. हेट क्राइम को लेकर गिरफ्तारी में गिरिडीह जिला भी आगे है. गिरिडीह में हेट क्राइम के 14 मामलों में 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. रांची में 17 कांड में 18 आरोपियों में से 4 को जेल भेजा गया है, जबकि धनबाद में 11 मामलों में 9 और गढ़वा में 12 मामलों में 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.