रांचीः कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए संदिग्धों की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा 4,800 रैपिड टेस्टिंग किट्स आईसीएमआर से मंगाये गए थे. इसके माध्यम से जांच की प्रक्रिया तेज करने की बात कही जा रही थी. फिलहाल 2 दिनों के लिए इस पर रोक लगा दी गई है.
इस किट के माध्यम से तुरंत ही संदिग्ध मरीजों की इम्यूनिटी की जांच की जाती है और इससे पता चल जाता है की संदिग्ध में कोरोना के कितने लक्षण हैं और फिर उस हिसाब से उसकी अन्य जांच की जाती है. इस किट से जांच की शुरूआत स्वास्थ्य विभाग द्वारा रांची के रेड जोन कहा जाने वाला हिंदपीढ़ी से की जानी थी, लेकिन मंगलवार को देर शाम स्वास्थ्य विभाग को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा यह सूचित किया गया कि फिलहाल रैपिड टेस्टिंग किट से जांच पर 2 दिनों के लिए रोक लगाई गई है क्योंकि इससे आने वाले परिणाम में कहीं न कहीं कमी देखी गई है.
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इसीलिए अगले 2 दिनों के बाद ही रांची में आए सभी टेस्टिंग किट से जांच की जायेगी. फिलहाल इस किट से की जाने वाले टेस्टिंग पर रोक लगा दी गई है. बता दें कि पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से 1 लाख स्पीड टेस्टिंग किट की मांग की गई थी लेकिन पूरे देश से इस किट की अत्यधिक मांग होने के कारण मात्र 4,800 किट ही झारखंड सरकार को मुहैया करायी जा सकी.
इस किट के माध्यम से लोगों की प्राथमिक जांच की जाती है अगर उसमें किसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं तो व्यापक जांच के लिए उसे चिकित्सा परामर्श दी जाती है.