रांची: लगभग 50 दिनों के बाद सामान्य रेलवे के टिकट की बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए की जा रही है. दिल्ली से चलकर रांची आने वाली 20 कोच वाली ट्रेन के सभी टिकट कुछ घंटों में ही बिक गए. दिल्ली से चलकर ट्रेन गुरुवार को रांची पहुंचेगी. सीपीआरओ नीरज कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि 1076 लोग इस ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं.
आईआरसीटीसी के माध्यम से टिकट की बुकिंग की गई है. रांची से दिल्ली के लिए गुरुवार शाम ही इसी ट्रेन को रवाना किया जाएगा. इस ट्रेन में भी टिकट बुकिंग का दौर जारी है. जिनके पास कंफर्म टिकट रहेगा. उन्हीं को प्लेटफॉर्म के अंदर प्रवेश करने दिया जाएगा. रांची रेल मंडल द्वारा यह अपील भी की गई है कि यात्री फेस मास्क जरूर पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और जरूरत के समान साथ में लेकर चलें. तमाम कोच वातानुकूलित होंगे, इसलिए नॉर्मल टेंपरेचर रखा जाएगा.
कंबल और तकिए का वितरण फिलहाल ट्रेन में नहीं किया जाएगा. कैटरिंग की भी व्यवस्था ट्रेन में नहीं होगी. आईआरसीटी की तरफ से यह व्यवस्था फिलहाल स्थगित की गई है, लेकिन ड्राई आइटम शुल्क देकर लोग खरीद सकते हैं. गौरतलब है कि दिल्ली पूरी तरह देश के संक्रमित क्षेत्र में से एक है. ऐसे में इस क्षेत्र से आने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य जांच के लिए दिल्ली स्टेशन से लेकर रांची स्टेशन तक व्यापक तरीके से व्यवस्था की जा रही है.
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किसी भी यात्री का टेंपरेचर या किसी लक्षण देखे जाने पर उनका कोरोना टेस्ट किया जाएगा. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि रेलवे के जो फ्रंट कर्मचारी हैं. जिनका सीधे-सीधे जुड़ाव यात्रा कर रहे यात्रियों के साथ हो रहा है. उनके लिए रेलवे द्वारा क्या समुचित व्यवस्था की जा रही है. मामले को लेकर जब संबंधित अधिकारी से पूछा गया तो उनके पास कोई जवाब नहीं था.
गौरतलब है कि आरपीएफ के अलावा रेलवे के ऐसे कई कर्मचारी हैं जो इन यात्रियों की सेवा में लगे रहेंगे, लेकिन उनकी सुरक्षा के दृष्टिकोण से अब तक कोई भी उपाय नहीं किए गए हैं. कम से कम जिन कर्मचारियों का सीधा संपर्क ऐसे यात्रियों से है. उनको पीपीई किट मुहैया करानी चाहिए थी. उनके बीच मास्क और संबंधित सुरक्षात्मक वस्तुओं का वितरण होना चाहिए था. लेकिन एक कर्मचारी ने कहा कि रांची रेल मंडल द्वारा अब तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है.