रांचीः पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा है कि(raghubar das on cm hemant soren) जनता से जो बड़े बड़े वादे किये गए थे. उसे पुरा करने में सरकार फेल रही है. उन्होंने कहा कि पांच लाख प्रत्येक वर्ष नौकरी देने का वादा पूरा नहीं होने से बेरोजगार युवकों में निराशा है. मुख्यमंत्री के द्वारा अपने और परिवार वालों के नाम पर खदान लेकर झारखंड को बदनाम करने का काम किया है. रघुवर दास ने कहा कि साहिबगंज जिले में जिस तरह से अवैध रुप से खनन हुआ है उससे साफ लगता है कि राज्य के अन्य जिलों में भी ऐसा हुआ है. जिससे 20 हजार करोड़ की लूट हुई है.
रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बयानबीर बताते हुए कहा कि 1932 के खतियान आधार पर स्थानीयता की बात करना कहीं से भी उचित नहीं हैं. उन्होंने उच्च न्यायालय के केस में आये 27.11.2002 के फैसलों का हवाला देते हुए कहा कि स्थानीयता को परिभाषित करने के लिए विस्तार से बात कही गई है.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने स्थानीय नीति को नियोजन नीति से जोड़कर बनाया. जिससे यहां के युवाओं को लाभ मिला. मगर इसके बदले जो स्थानीय नीति बनाने की बात कही गई है वह मुख्यमंत्री भी जानते हैं कि यह लागू नहीं हो पायेगा क्योंकि यह विधिसम्मत नहीं है. यह फैसला कहीं ना कहीं जनता को धोखा देना है.
रांची में प्रेस वार्ता के दौरान रघुवर दास के द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सदन में दिये गये उस बयान को सुनाया, जिसमें खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनाने से इनकार करने की बात कही गई थी. वर्तमान सरकार पर स्थानीय नीति के मुद्दे पर लोगों को उलझाने और लटकाने का आरोप लगाते हुए रघुवर दास ने कहा कि सरकार यहां के लोगों को धोखा दे रही है.
उन्होंने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर भी सरकार लोगों को झांसा दे रही है जो नियमसंगत नहीं है. आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाने के लिए कौन कौन सा मानक रखा गया है उसे सार्वजनिक सरकार को करना चाहिए. राजनीतिक स्वार्थ के तहत इस तरह का फैसला लिया गया है. देश और राज्य नियम कानून से चलता है ना कि राजशाही तौर तरीके से. हेमंत सोरेन के कार्यकाल के एक हजार दिन पूरे होने पर बधाई देते हुए रघुवर दास ने कहा कि जिस तरह से कामकाज चल रहे हैं वो सही नहीं है.