रांची: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों को कोरोना वायरस के संदिग्ध के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने के लिए निर्देश दिये थे. इस निर्देश के बाद रांची यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पहल करते हुए सेंटर बनाने के लिए बिल्डिंग की तलाश शुरू कर दी थी. क्योंकि सेंटर ऐसे जगह बनाया जाएंगे जहां बेसिक सुविधा की किसी प्रकार की कमी नहीं हो.
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मंगलवार को वीसी डॉ. रमेश कुमार पांडेय के निर्देश पर डीएसडब्ल्यू डॉ. पीके वर्मा ने एसडीए मेटास नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन से बातचीत की है. कॉलेज प्रबंधन ने क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने की सैद्धांतिक सहमति दी है. लेकिन अस्पताल प्रबंधन के लिए ये एक चुनौती होगी, क्योंकि अस्पताल परिसर पूरी तरह आवसीय परिसर में है. हालांकि स्वीकृति से जुड़ी लेटर आना अभी बाकी है. सहमति बनने पर इस कॉलेज में 25 बेड का क्वॉरेटाइन सेंटर बनाया जाएगा. जिसकी मॉनिटरिंग रांची यूनिवर्सिटी प्रशासन करेगा.
यूजीसी का है निर्देश
बताते चलें कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने विश्वविद्यालयों को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने के लिए पत्र भेजा था. ताकि आवश्यकता होने पर इसका उपयोग किया जा सके.
जिला प्रशासन उठाएगा खर्च
प्रशासन के सहयोग से मेटास नर्सिंग कॉलेज में स्थापित किए जा रहे क्वॉरेंटाइन सेंटर का खर्च जिला प्रशासन उठाएगा. सेंटर स्थापित किए जाने से संबंधित लेटर जिला प्रशासन को आरयू ने भेज दिया है. साथ ही इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन को भी आरयू प्रशासन ने दी है.