रांची: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में नेतृत्व को लेकर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है. जिसका साइड इफेक्ट झारखंड में भी देखने को मिल रहा है. एक तरफ जहां पार्टी के शीर्ष नेता और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा देशभर में सोनभद्र में आदिवासियों पर हुए कथित अत्याचार को लेकर आंदोलन कर रही हैं. वहीं उसी मुद्दे पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में एकजुटता नहीं दिख रही है.
दरअसल, सोनभद्र की घटना और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी पर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस ने सोमवार को राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया. लेकिन यहां भी एकजुटता नजर नहीं आई. क्योंकि जिस तरह से पिछले दिनों जनमुद्दों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय के निर्देश पर जिन कांग्रेस नेताओं ने सड़क पर उतर कर आंदोलन किया. वो कांग्रेस नेता इस धरना में नहीं दिखे.
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योगी सरकार को बर्खास्त करना चाहिए
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रदीप बलमुचू ने कहा कि जिस तरह से सोनभद्र में नरसंहार हुआ और महासचिव प्रियंका गांधी के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई की गई है, वह कहीं से सही नहीं है. ऐसे में राष्ट्रपति को इसमें हस्तक्षेप कर योगी सरकार को बर्खास्त करना चाहिए.
सरकार जनता की सुरक्षा करने में असमर्थ
प्रदीप बलमुचू ने कहा कि वर्तमान में ऐसा नहीं लगता कि प्रजातंत्र कायम है बल्कि यूपी में राजतंत्र चल रहा है. उन्होंने कहा कि जहां-जहां बीजेपी की सरकार है, वहां राजतंत्र चल रहा है और सरकार जनता की सुरक्षा करने में असमर्थ दिख रही है.