रांची: राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालय के उर्दू शिक्षकों की योजना मद का आवंटन के अभाव में वेतन का भुगतान नहीं हुआ है. वेतन नहीं मिलने के कारण शिक्षकों में घोर मायूसी है. अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ झारखंड प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे महासचिव राममूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने संयुक्त रूप से यह बात कही है. साथ ही कहा कि शिक्षक कई तरह की आर्थिक समस्याओं से भी जूझ रहे हैं.
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प्रदेश के कुल 689 उर्दू शिक्षकों के समक्ष कोविड-19 जैसी भयावह महामारी से कई शिक्षकों के परिवार इलाज को तरस रहे हैं तो कई शिक्षकों के परिवार के सदस्यों ने दम तोड़ दिया है, जबकि रमजान का महीना चल रहा है और 8 दिन बाद ईद का पवित्र त्योहार है. ऐसे में आवंटन के अभाव में वेतन नहीं मिलने से उर्दू शिक्षकों की ईद फीका रहेगी जो दूर्भाग्यपूर्ण है.
राज्य में कार्यरत प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च प्राथमिक शिक्षकों का आवंटन राज्य से निर्गत किया जा चुका है और उन्हें समय पर वेतन का भुगतान भी हो रहा है, जबकि योजना मद में नियुक्त 2015-16 के उर्दू शिक्षकों का आवंटन अब तक जारी नहीं किया गया है.
प्राथमिक और मध्य विद्यालय के उर्दू शिक्षकों के वेतन आवंटन को लेकर कई बार संघ की ओर से ध्यान दिलाया गया इसके बावजूद अब तक वेतन का भुगतान नहीं हुआ है और न ही कोई ठोस कार्रवाई हो पायी है. संघ ने मांग की है कि समय रहते उर्दू शिक्षकों का शीघ्र आवंटन निर्गत किया जाय ताकि उन्हें ईद में वेतन मिल सके और कोविड जैसी भयावह महामारी में आर्थिक समस्या आड़े न आए.