रांची: नई शिक्षा नीति के तहत उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव देखने को मिलेंगे. अब विश्वविद्यालयों में 4 वर्षीय डिग्री कोर्स में विद्यार्थियों को दो बार रिसर्च इंटर्नशिप करना अनिवार्य होगा. इसे लेकर आरयू में भी एक योजना के तहत काम किया जा रहा है. पहला इंटर्नशिप विद्यार्थियों के लिए रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए और दूसरा इंटर्नशिप विद्यार्थी के व्यक्तिगत शोध योग्यता विकसित करने के लिए होगा.
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यूजीसी का ड्राफ्ट तैयार: बता दें कि रिसर्च इंटर्नशिप को लेकर यूजीसी की तरफ से एक ड्राफ्ट भी तैयार किया गया है. रांची विश्वविद्यालय ने भी इस दिशा में कदम उठाते हुए यूनिवर्सिटी के पदाधिकारियों के लिए एक गाइडलाइन जारी किया है ताकि इस संबंध में बेहतर और योजनाबद्ध तरीके से काम हो सके. यूजीसी की ओर से उच्च शिक्षण संस्थानों विश्वविद्यालयों से सुझाव ही मांगा है. रांची विश्वविद्यालय ने भी इस संबंध में अपना सुझाव मेल के माध्यम से यूजीसी को दिया है.
2022- 23 सत्र से शुरू होगा प्रोग्राम: रांची विश्वविद्यालय में सत्र 2022- 23 से 4 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम शुरू कर दिया जाएगा. इसमें दूसरे और चौथे वर्ष में छात्रों को अनिवार्य रिसर्च इंटर्नशिप में शामिल होना होगा. नए नियम के तहत 4 वर्षीय डिग्री कोर्स का पहला वर्ष पूरा होने पर कम से कम 10 क्रेडिट लाना जरूरी होगा. इसी तरीके से 4 वर्ष पूरा होने तक 40 से अधिक अंक होना अनिवार्य है. चौथे वर्ष में रिसर्च शोध क्षेत्र में 10 क्रेडिट अंक लाना होगा. यूजीसी और विभिन्न विश्वविद्यालय के उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति ने इससे संबंधित रिसर्च पॉलिसी भी तैयार करने का प्लान बनाया है. इसके तहत विद्यार्थी इंडस्ट्री के अलावा, रिसर्च इंस्टीट्यूट , रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, किसी भी विश्वविद्यालय या कॉलेज के प्रोफेसर के अधीन अपना इंटर्नशिप कर सकते हैं.