रांची: हाल के दिनों में झारखंड के कई शहरों में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न करने की लगातार कोशिश की जा रही है. राज्य के हर जिले में कुछ ऐसे सांप्रदायिक तत्व एक्टिव हो चुके हैं जो किसी ना किसी तरह से माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे तत्वों पर नकेल कसने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय की तरफ से विशेष रणनीति तैयार की गई है. झारखंड के सभी जिलों की पुलिस ऐसे लोगों का डाटा तैयार कर रही है, जो कभी न कभी संप्रदायिक तनाव उत्पन्न करने के मामले में पुलिस के रडार पर आए हों. डाटा तैयार होने के बाद उन पर नजर रखने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी
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झारखंड के हर थाना से तैयार हो रही लिस्ट: झारखंड पुलिस के प्रवक्ता अमोल वेणुकान्त होमकर ने बताया कि राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों को यह आदेश दिया गया है कि वह अपने-अपने जिलों में वैसे सभी वैसे व्यक्तिओं की लिस्ट बनाएं जो कभी ना कभी दंगा भड़काने, उपद्रव करने और शांति भंग करने जैसे मामलों में आरोपित हो. वैसे व्यक्ति भी जो ऐसे मामले में संदिग्ध हो भले ही वह कभी पकड़े नहीं गए हों. पुलिस मुख्यालय ऐसे व्यक्तियों का थाना वाइज लिस्ट कर रही है. सभी पुलिस अधीक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में थाना स्तर पर या लिस्ट तैयार कराएं.
कड़ी नजर रखी जा रही है: पुलिस मुख्यालय का यह भी निर्देश है कि वे वैसे व्यक्ति जो कभी ना कभी दंगा भड़काने जैसे मामलों में जेल गए हैं और फिर जमानत पर जेल से बाहर आ चुके हैं उनके बारे में भी पूरी जानकारी रखी जाए. पुलिस यह पता लगाए की उनकी वर्तमान गतिविधि क्या है, वह कहां कहां जाते हैं साथ ही क्या वे वैसे लोगों के संपर्क में हैं जो लोग कभी ना कभी दंगा भड़काने का काम कर चुके हैं, जिलों के एसपी को आदेश दिया गया है कि विशेष रूप से सांप्रदायिक तत्वों की मॉनिटिरिंग गहनता से की जाए.
संलिप्ता पाए जाने पर होगी कार्रवाई: झारखंड के सभी जिलों में सांप्रदायिक तत्वो की लिस्ट तेजी से तैयार की जा रही है, लिस्ट तैयार होने के बाद वैसे तत्व जिनकी संलिप्तता मामले में पाई जाएगी या वैसे लोग जो अभी भी तनाव को बढ़ाने में एक्टिव है उन पर कानून की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी.
2019 में भी 1003 चिन्हित किये गए थे: साल 2019 पुलिस ने राज्य भर से एसे 1003 सांप्रदायिक तत्वों को चिन्हित किया था, जिनमे सर्वाधिक हजारीबाग में 247 और जमशेदुपर में 169 लोगों को चिन्हित किया गया था. उस समय सांप्रदायिकता फैलाने वालों की सूची में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के झारखंड प्रमुख समेत कई लोगों के नाम शामिल थे. झारखंड के पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा के पोड़ैयाहाट, पलामू के हुसैनाबाद, गिरिडीह के बगोदर, हजारीबाग के बरही, चौपारण, गुमला, लोहरदगा और रांची के सिल्ली, पिठौरिया और बेड़ो को लेकर भी विशेष नजर रखी गई थी.
कहां कितने सांप्रदायिक तत्व किये गए थे चिन्हित
जिला | कितने लोग किए गए चिन्हित |
रांची | 42 |
गोड्डा | 10 |
पाकुड़ | 13 |
जामताड़ा | 10 |
साहिबगंज | 05 |
दुमका | 12 |
देवघर | 97 |
गढ़वा | 09 |
पलामू | 20 |
लातेहार | 47 |
सरायकेला | 11 |
चाइबासा | 31 |
जमशेदपुर | 169 |
धनबाद | 63 |
कोडरमा | 40 |
गिरिडीह | 83 |
चतरा | 35 |
हजारीबाग | 247 |
रामगढ़ | 36 |
सिमडेगा | 06 |
लोहरदगा | 17 |
खूंटी | 34 |
गुमला | 43 |