रांची: प्रत्येक वर्ष झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत वृद्धों के लिए तीर्थ भ्रमण की व्यवस्था की जाती है. पूरी धाम के अलावा विभिन्न तीर्थ स्थानों की यात्रा का खर्च भी राज्य सरकार ही वहन करती है. इस बार भी इसकी तैयारी शुरू की गई है. इसे लेकर रांची रेल मंडल द्वारा तीर्थ यात्रा स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी.
दरअसल टूरिज्म डिपार्टमेंट वैसे तीर्थ स्थलों के भ्रमण की योजना बनाई है कि जो स्थल रेल मार्ग से से भी जुड़ा हो. यह योजना वैसे गरीब लोगों के लिए है जो आर्थिक परेशानियों की वजह से इच्छा के बावजूद संसाधन की कमी के कारण तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते हैं.
हर साल 1 हजार बुजुर्ग कर सकेंगे तीर्थ यात्रा
पर्यटन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत प्रत्येक वर्ष एक हजार से अधिक बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करवाई जाती है. इसी कड़ी में इस वर्ष भी इसकी तैयारी शुरू की गई है. आईआरसीटीसी द्वारा ट्रेन के आलावा मंडल के सहयोग से तमाम तरह की व्यवस्था की जाती है. जिसका खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है. राज्य सरकार ने सभी संप्रदाय के लिए अलग-अलग तीर्थ भ्रमण की योजना बनाई है और इसी योजना के तहत तीर्थ यात्रियों को तीर्थ दर्शन के लिए भेजा जाएगा.
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800 तीर्थ यात्रियों को किया गया रवाना
वर्ष 2019 के जनवरी महीने में ही प्रयाग के संगम में कुंभ स्नान और तीर्थ यात्रा के लिए भी 800 तीर्थ यात्रियों को मुख्यमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाकर हटिया रेलवे स्टेशन से रवाना किया गया था. इस वर्ष भी इसकी तैयारी की जा रही है. हालांकि अधिकारिक रूप से अभी तक तिथि तय नहीं हुई है, कयास लगाया जा रहा है कि अगस्त में ही स्पेशल ट्रेन के जरिए तीर्थ यात्रियों को तीर्थ दर्शन के लिए भेजा जाएगा.