रांचीः नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ की आज से शुरुआत हो गई है. चार दिवसीय इस महापर्व को मनाने के लिए घर से लेकर छठ घाटों तक में तैयारी पूरी कर ली गई है. राज्य में सबसे ज्यादा छठ महापर्व राजधानी रांची में मनाया जाता है. छठव्रतियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए छठ घाटों की साफ सफाई का जिम्मा पूजा समितियों के साथ साथ रांची नगर निगम ने उठाया है.
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राजधानी रांची में 100 से ज्यादा छठ घाट हैं. इन छठ घाटों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं. छठ घाटों पर लोगों को गहरे पानी वाले क्षेत्र में ना जाने की सलाह दी गई है. साथ ही विशेष रुप से साफ सफाई के साथ-साथ लाइटिंग के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं, जिससे यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो.
राजधानी में बड़ा तालाब, हटिया डैम, कांके डैम सहित कई गहरे जलाशयों में एनडीआरएफ की टीम मौजूद रहेगी. अर्घ्य के दौरान कोई अप्रिय घटना होने पर लोगों को एनडीआरएफ की टीम सहायता पहुंचाने का काम करेगी. छठ तालाब और डैम में रेड रिबन लगाकर खतरनाक और गहरे पानी क्षेत्र को दर्शाया गया है जहां लोगों को इन इलाकों में नहीं जाने की सलाह दी गई है.
मेयर और स्थानीय विधायक ने छठ घाटों का किया दौरा
छठ को लेकर विधायक रांची से विधायक सीपी सिंह और मेयर आशा लकड़ा ने राजधानी के विभिन्न छठ घाटों का दौरा किया. चुटिया पावरग्रिड के नजदीक स्थित छठ घाट की साफ सफाई देखने पहुंचे विधायक सीपी सिंह ने साफ सफाई पर संतोष जताते हुए लोगों से शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में छठ मनाने की अपील की. वहीं मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि स्थानीय पूजा समितियों के सहयोग से रांची नगर निगम की टीम छठ पर्व को लेकर तैयारी में जुटा है.
छठ को शुद्धता एवं पवित्रता के लिए खास रुप में जाना जाता है. शायद यही वजह है कि इसमें घर से लेकर छठ घाटों तक में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है. चार दिवसीय इस महापर्व के दूसरे दिन मंगलवार को खरना होगा, वहीं बुधवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. गुरुवार को सूर्योदयकालीन भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ लोक आस्था के इस महापर्व का समापन होगा.