रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने सरकार पर स्ट्रीट लाइट में करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप पिछले दिनों लगाया गया था. जिसको लेकर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि बिना जानकारी के हेमंत सोरेन का आरोप लगाना निराशाजनक है. यह उनकी हताशा वाली मानसिकता को दर्शाती है.
'हेमंत सोरेन का बयान तथ्यहीन'
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बीजेपी ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हेमंत सोरेन के आरोपों को तथ्यहीन करार दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने पूरे प्रदेश में सामान दर लागू करने के लिए ईईएसएल को कार्य दिया है. जो भारत सरकार की स्वामित्व वाली कंपनी है.
'हेमंत सोरेन ने की गलत बयानबाजी'
शाहदेव ने कहा कि हेमंत सोरेन ने गलत बयानबाजी करते हुए एक बल्ब की कीमत 1850 रुपए बताई है, जबकि एक बल्ब की कीमत सिर्फ 1350 रुपए है. उन्होंने कहा कि जेएमएम नहीं चाहती कि गांव में बिजली पहुंचे और स्ट्रीट लाइट से गांव रोशन हो.
'रघुवर सरकार ने मिशन मोड में काम किया'
यही वजह है कि अलग राज्य होने के बाद भी 30 लाख घरों में बिजली नहीं पहुंची थी. वर्तमान रघुवर सरकार ने मिशन मोड में कार्य कर 30 लाख घरों में बिजली पहुंचाने का कार्य किया है. शाहदेव ने कहा कि जिस दर और शर्तों पर कंपनी आंध्र प्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों में काम कर रही है, उसी तरह झारखंड में भी काम कर रही है.
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'जेएमएम की वोट बैंक की राजनीति खत्म'
वहीं, प्रतुल शाहदेव ने कहा कि बिजली की आंख मिचौली के सबसे बड़े दोषी हेमंत सोरेन हैं. उनके कार्यकाल में 14 महीने तक ट्रांसमिशन लाइन की फाइल को दबा कर रखा गया था. अगर उसी समय यह फाइल क्लियर हो जाती तो राज्य में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होती. उन्होंने कहा कि जेएमएम की वोट बैंक की राजनीति खत्म हो गई है. जिससे वह तिलमिला कर ऐसे बयानबाजी कर रहे हैं, ताकि वह सुर्खियों में बने रह सकें.