रांचीः राजधानी में एक बार फिर कांग्रेस ने निगम की सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. विपक्षी कांग्रेस ने राजधानी में डेंगू के प्रकोप को लेकर नगर निगम की सफाई व्यवस्था पर ठीकरा फोड़ा है. वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी ने डेंगू जैसे बीमारी के रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किए जाने की बात कही है. जबकि रांची नगर निगम ने दावा किया है कि मई महीने से ही डेंगू, चिकनगुनिया जैसे मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए सफाई अभियान चलाया जा रहा है. वहीं, अब तक रांची नगर निगम क्षेत्र से डेंगू के मरीज की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
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मई से जारी है दवाइयों का छिड़काव
नगर आयुक्त गिरजा शंकर प्रसाद ने कहा है कि राज्य भर के मरीज रिम्स में आ रहे हैं, लेकिन रांची नगर निगम क्षेत्र से अब तक कोई पॉजिटिव रिपोर्ट की सूचना नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि शहर के 53 वार्ड में मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए मई महीने से ही दवाइयों का छिड़काव जा रही है. खासकर हिन्दपीढ़ी इलाके में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर डेंगू के पॉजिटिव मामले सामने आते हैं तो कार्रवाई करते हुए अभियान तेज किया जाएगा.
सफाई के नाम पर लूट रही बीजेपी- कांग्रेस
जबकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता ने सीधे तौर पर शहर में डेंगू के कहर को लेकर शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह, मेयर आशा अकड़ा और डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय को जिम्मेवार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि हर महीने शहर के सफाई के लिए लगभग चार करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन सफाई के नाम पर सिर्फ लूट मची हुई है. उन्होंने यहां तक कहा कि मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए जो मशीनें खरीदी गई है, उसका टेंडर तक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए दवाइयों का छिड़काव कहां-कहां हो रहा है, इसकी भी जनता को जानकारी नहीं है.
वहीं, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए लगातार निगम द्वारा कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की बीमारियों के रोकथाम के लिए समय लगता है, जिसका पूरा प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अचानक इस पर रोकथाम होना मुश्किल है. पर पहले जहां बरसात के खत्म होने के साथ डेंगू का प्रकोप बढ़ता था, उसमें कमी आई है और मरीजों की संख्या भी घटी है.
बता दें कि राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में डेंगू वार्ड में वर्तमान में मरीजों की संख्या 26 है. वहीं, इस वर्ष 84 मरीज डेंगू के पाए गए हैं. फिलहाल रिम्स में बोकारो, पलामू , गुमला समेत अन्य जिलों के 26 मरीज भर्ती हैं.