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जलजमाव पर सियासत: कांग्रेस ने कई मंत्रियों पर लगाया पैसों के बंदरबांट का आरोप, जानें BJP ने क्या कहा

राजधानी रांची में पिछले दो दिनों से लगातार हुए बारिश के कारण जलजमाव हो गया है. जिसके कारण रांची का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. इसे लेकर सियासी पारा भी चढ़ गया है. पक्ष-विपक्ष के लोग एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.

politics on water logging in ranchi
प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे और प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा
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Published : Jul 31, 2021, 3:47 PM IST

Updated : Jul 31, 2021, 5:23 PM IST

रांची: पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से राजधानी रांची का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कई निचले इलाके में बारिश के पानी की वजह से जलजमाव ने मुसीबत खड़ी कर दी है. ऐसे में इस आफत की बारिश और जलजमाव को लेकर सियासी पारा भी चढ़ गया है. सत्ताधारी दल कांग्रेस ने शनिवार को वर्तमान स्थिति के लिए पूर्व नगर विकास मंत्री सीपी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को जिम्मेदार ठहराया है. जबकि विपक्षी भाजपा ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा है कि सिर्फ एक व्यक्ति को दोषी ठहराना सही नहीं है. इसमें सबसे बड़ी भूमिका नगर निगम के पदाधिकारियों की है.

ये भी पढ़ें- रांची राजपथ पर सैलाब, तालाब ओवरफ्लो होने के बाद ट्रैफिक डायवर्ट

सड़कों पर बह रहा नाली का पानी
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बारिश के कारण राजधानी में उत्पन्न बदतर हालात के लिए राज्य के पूर्व नगर विकास मंत्री और वर्तमान विधायक सीपी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को जिम्मेवार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि करीब 24 सालों तक रांची के विधायक और पिछली सरकार में नगर विकास मंत्री रहने के कारण सीपी सिंह ने गली-गली, नाली-नाली का खेल किया और जनता की गाढ़ी कमाई का 400 करोड़ रुपये से अधिक का बंदरबांट किया, उसी का नतीजा है कि आज शहर में नाली का पानी सड़कों पर बह रहा है.

देखें पूरी खबर
सिवरेज-ड्रेनेज के नाम पर पैसों का बंदरबांट: कांग्रेस
प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि 15-20 वर्ष पहले रांची में अभी के मुकाबले ज्यादा बारिश होती थी और बारिश के कुछ ही घंटे बाद पानी गायब हो जाता था. लेकिन जिस तरह से सीपी सिंह और रघुवर दास के कार्यकाल में राजधानी में सिवरेज-ड्रेनेज के नाम पर पैसों का बंदरबांट हुआ. उसकी उच्च स्तरीय जांच जरूरी है. जिससे साफ हो जाएगा कि राजधानी के इस हालात के लिए दोषी कौन है. शहर में एक व्यक्ति के बह जाने के लिए भी सीपी सिंह को ही अपनी जिम्मेवारी लेते हुए विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र दे देना चाहिए.



बीजेपी ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के इन आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताते हुए कहा कि बारिश से आम लोगों को हो रही परेशानी के लिए सिर्फ पूर्ववर्ती रघुवर सरकार और रघुवर दास को और वर्तमान विधायक सीपी सिंह को दोषी ठहराना सही नहीं है. कहीं न कहीं रांची नगर निगम की भी भूमिका इसमें बनती है, जो अधिकारी इतने दिनों तक पदों पर रहे. उन्हें शहर को व्यवस्थित ढंग से प्लान करने की जरूरत थी लेकिन उसपर ध्यान नहीं दिया गया. इसके साथ ही बढ़ती आबादी और शहर का विस्तार हुआ है. जल निकासी के सारे रास्ते बंद हो गए, इसकी वजह से समस्या हो रही है. इन सारे विषय को पूरी तरह से देखना होगा, किसी एक व्यक्ति को दोषी ठहरा कर समाधान नहीं हो सकता.

रांची: पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से राजधानी रांची का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कई निचले इलाके में बारिश के पानी की वजह से जलजमाव ने मुसीबत खड़ी कर दी है. ऐसे में इस आफत की बारिश और जलजमाव को लेकर सियासी पारा भी चढ़ गया है. सत्ताधारी दल कांग्रेस ने शनिवार को वर्तमान स्थिति के लिए पूर्व नगर विकास मंत्री सीपी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को जिम्मेदार ठहराया है. जबकि विपक्षी भाजपा ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा है कि सिर्फ एक व्यक्ति को दोषी ठहराना सही नहीं है. इसमें सबसे बड़ी भूमिका नगर निगम के पदाधिकारियों की है.

ये भी पढ़ें- रांची राजपथ पर सैलाब, तालाब ओवरफ्लो होने के बाद ट्रैफिक डायवर्ट

सड़कों पर बह रहा नाली का पानी
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बारिश के कारण राजधानी में उत्पन्न बदतर हालात के लिए राज्य के पूर्व नगर विकास मंत्री और वर्तमान विधायक सीपी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को जिम्मेवार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि करीब 24 सालों तक रांची के विधायक और पिछली सरकार में नगर विकास मंत्री रहने के कारण सीपी सिंह ने गली-गली, नाली-नाली का खेल किया और जनता की गाढ़ी कमाई का 400 करोड़ रुपये से अधिक का बंदरबांट किया, उसी का नतीजा है कि आज शहर में नाली का पानी सड़कों पर बह रहा है.

देखें पूरी खबर
सिवरेज-ड्रेनेज के नाम पर पैसों का बंदरबांट: कांग्रेस
प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि 15-20 वर्ष पहले रांची में अभी के मुकाबले ज्यादा बारिश होती थी और बारिश के कुछ ही घंटे बाद पानी गायब हो जाता था. लेकिन जिस तरह से सीपी सिंह और रघुवर दास के कार्यकाल में राजधानी में सिवरेज-ड्रेनेज के नाम पर पैसों का बंदरबांट हुआ. उसकी उच्च स्तरीय जांच जरूरी है. जिससे साफ हो जाएगा कि राजधानी के इस हालात के लिए दोषी कौन है. शहर में एक व्यक्ति के बह जाने के लिए भी सीपी सिंह को ही अपनी जिम्मेवारी लेते हुए विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र दे देना चाहिए.



बीजेपी ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के इन आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताते हुए कहा कि बारिश से आम लोगों को हो रही परेशानी के लिए सिर्फ पूर्ववर्ती रघुवर सरकार और रघुवर दास को और वर्तमान विधायक सीपी सिंह को दोषी ठहराना सही नहीं है. कहीं न कहीं रांची नगर निगम की भी भूमिका इसमें बनती है, जो अधिकारी इतने दिनों तक पदों पर रहे. उन्हें शहर को व्यवस्थित ढंग से प्लान करने की जरूरत थी लेकिन उसपर ध्यान नहीं दिया गया. इसके साथ ही बढ़ती आबादी और शहर का विस्तार हुआ है. जल निकासी के सारे रास्ते बंद हो गए, इसकी वजह से समस्या हो रही है. इन सारे विषय को पूरी तरह से देखना होगा, किसी एक व्यक्ति को दोषी ठहरा कर समाधान नहीं हो सकता.

Last Updated : Jul 31, 2021, 5:23 PM IST
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