रांची: पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से राजधानी रांची का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कई निचले इलाके में बारिश के पानी की वजह से जलजमाव ने मुसीबत खड़ी कर दी है. ऐसे में इस आफत की बारिश और जलजमाव को लेकर सियासी पारा भी चढ़ गया है. सत्ताधारी दल कांग्रेस ने शनिवार को वर्तमान स्थिति के लिए पूर्व नगर विकास मंत्री सीपी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को जिम्मेदार ठहराया है. जबकि विपक्षी भाजपा ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा है कि सिर्फ एक व्यक्ति को दोषी ठहराना सही नहीं है. इसमें सबसे बड़ी भूमिका नगर निगम के पदाधिकारियों की है.
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सड़कों पर बह रहा नाली का पानी
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बारिश के कारण राजधानी में उत्पन्न बदतर हालात के लिए राज्य के पूर्व नगर विकास मंत्री और वर्तमान विधायक सीपी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को जिम्मेवार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि करीब 24 सालों तक रांची के विधायक और पिछली सरकार में नगर विकास मंत्री रहने के कारण सीपी सिंह ने गली-गली, नाली-नाली का खेल किया और जनता की गाढ़ी कमाई का 400 करोड़ रुपये से अधिक का बंदरबांट किया, उसी का नतीजा है कि आज शहर में नाली का पानी सड़कों पर बह रहा है.
बीजेपी ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के इन आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताते हुए कहा कि बारिश से आम लोगों को हो रही परेशानी के लिए सिर्फ पूर्ववर्ती रघुवर सरकार और रघुवर दास को और वर्तमान विधायक सीपी सिंह को दोषी ठहराना सही नहीं है. कहीं न कहीं रांची नगर निगम की भी भूमिका इसमें बनती है, जो अधिकारी इतने दिनों तक पदों पर रहे. उन्हें शहर को व्यवस्थित ढंग से प्लान करने की जरूरत थी लेकिन उसपर ध्यान नहीं दिया गया. इसके साथ ही बढ़ती आबादी और शहर का विस्तार हुआ है. जल निकासी के सारे रास्ते बंद हो गए, इसकी वजह से समस्या हो रही है. इन सारे विषय को पूरी तरह से देखना होगा, किसी एक व्यक्ति को दोषी ठहरा कर समाधान नहीं हो सकता.