रांची: लंबी जद्दोजहद के बाद झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो रहे बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में घर वापसी के बाद भारतीय जनता पार्टी अब दोराहे पर आकर खड़ी हो गई है. मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में मरांडी पार्टी के लिए 'एसेट साबित होंगे या फिर 'लायबिलिटी' बनकर रह जाएंगे इसको लेकर अंदर खाने चर्चाएं तेज हो गई हैं. बीजेपी ने मरांडी की घर वापसी के बाद की 'पटकथा' पहले ही लिख रखी थी. लेकिन उसे 'क्लाइमेक्स' पर झारखंड विधानसभा के स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने पहुंचा दिया है. दरअसल, बीजेपी के कैलकुलेशन के अनुसार झाविमो में बीजेपी के विलय के बाद मरांडी की स्वीकार्यता नेता प्रतिपक्ष के रूप में हो जानी थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया.
![Politics intensified after Babulal Marandi return to BJP, Politics of jharkhand, news of Babulal Marandi, news of jharkhand BJP, बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में वापसी के बाद राजनीति तेज, झारखंड की राजनीति, बाबूलाल मरांडी की खबरें, झारखंड भाजपा की खबरें](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8577176_bvbv.png)
ये भी पढ़ें- भगवान भरोसे किसान, कब अन्नदाताओं की सुध लेगी सरकार
मरांडी के बीजेपी में, अन्य दो का कांग्रेस में जाने से उलझा पेंच
पूरे राजनीतिक घटनाक्रम के बैकग्राउंड में जाएं तो तस्वीर और साफ उभर कर आती है. मरांडी ने बीजेपी में घर वापसी से पहले अपने पुराने दल के दो विधायकों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया. प्रदीप यादव और बंधु तिर्की झाविमो की टिकट पर 2019 का विधानसभा चुनाव मरांडी के साथ जीते. मरांडी बीजेपी के हो गए, जबकि प्रदीप यादव, बंधु तिर्की कांग्रेस में चले गए. बीजेपी ने मरांडी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में प्रोजेक्ट किया. विधानसभा ने तीनों झाविमो के विधायकों को दल बदल के मामले की परिधि में ला दिया. मजेदार बात यह है कि पिछले (चतुर्थ) विधानसभा में मरांडी अपने छह विधायकों के ऊपर दल बदल के मामले को लेकर झारखंड विधानसभा सचिवालय गए थे, अब उनके ऊपर ही इस तरह का मामला बन रहा है.
![Politics intensified after Babulal Marandi return to BJP, Politics of jharkhand, news of Babulal Marandi, news of jharkhand BJP, बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में वापसी के बाद राजनीति तेज, झारखंड की राजनीति, बाबूलाल मरांडी की खबरें, झारखंड भाजपा की खबरें](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8577176_ede.png)
![Politics intensified after Babulal Marandi return to BJP, Politics of jharkhand, news of Babulal Marandi, news of jharkhand BJP, बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में वापसी के बाद राजनीति तेज, झारखंड की राजनीति, बाबूलाल मरांडी की खबरें, झारखंड भाजपा की खबरें](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8577176_ggg.png)
ये भी पढ़ें- नक्सलियों के गढ़ में अपनी तकदीर लिख रहे हैं ग्रामीण, शराब से तोड़ा नाता, प्रेरक दीदी बनीं मिसाल
बीजेपी के सामने उहापोह की स्थिति
पूरे तामझाम के साथ मरांडी को बीजेपी में घर वापसी कराने के बाद अब पार्टी निर्णय नहीं कर पा रही है कि क्या करे. पार्टी को पूरी उम्मीद थी कि मरांडी के बीजेपी आने के बाद एक तरफ जहां उन्हें बतौर नेता प्रतिपक्ष का दरबार दर्जा दिलाकर उन्हें 'ट्राइबल फेस' के रूप में प्रोजेक्ट करेगी. वहीं, दूसरी तरफ राज्य में अनुसूचित जनजाति इलाकों में मरांडी का सहारा लेकर अपनी पकड़ मजबूत करेगी. लेकिन 'राजनीतिक चौसर' में बीजेपी को अपना ही दांव उल्टा पड़ गया. बीजेपी के अंदरखाने में चर्चा पर विश्वास करें तो अब पार्टी मरांडी को दुमका विधानसभा में उतारने पर भी विचार कर रही है. हालांकि, यह चर्चा फिलहाल प्राथमिक स्तर पर है. बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों का यकीन करें तो दुमका विधानसभा सीट पर मरांडी को उम्मीदवार बनाकर उतारा जाए और उनकी जीत सुनिश्चित करा कर वापस विधानसभा लाया जाए. पार्टी सूत्रों की माने तो इससे बीजेपी विधायक दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने में मरांडी को ज्यादा कानूनी अड़चन नहीं झेलनी होगी. संशय इस बात का है कि चुनाव के नतीजे अगर बीजेपी के फेवर में नहीं आए तब पार्टी क्या करेगी. दूसरी तरफ मरांडी के अलावा सदन में नेता प्रतिपक्ष किसे बनाया जाए उस पर अभी किसी तरह का निर्णय लेने के मूड में नहीं है. सूत्रों की माने तो इन सभी मुद्दों पर पार्टी के राज्य स्तर के नेता सेंट्रल लीडरशिप से डिस्कशन करेंगे उसके बाद ही किसी तरह का फैसला लिया जाएगा.
![Politics intensified after Babulal Marandi return to BJP, Politics of jharkhand, news of Babulal Marandi, news of jharkhand BJP, बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में वापसी के बाद राजनीति तेज, झारखंड की राजनीति, बाबूलाल मरांडी की खबरें, झारखंड भाजपा की खबरें](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8577176_jjj.jpg)
ये भी पढ़ें- पिता बनने वाले हैं विराट कोहली, ट्वीट कर दी जानकारी
क्या कहते हैं राजनीतिक दल
बीजेपी ने साफ तौर पर कहा कि बाबूलाल मरांडी पार्टी लिए हमेशा से एक 'एसेट' ही बने रहेंगे. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि उनके आने से न केवल पार्टी मजबूत हुई है बल्कि पिछले 8 महीने में राज्य में हेमंत सोरेन सरकार की नाकामियों को लेकर उन्होंने हमेशा आवाज उठाई है. शाहदेव ने कहा कि मरांडी के आने से बीजेपी में नई ऊर्जा का संचार हुआ है.
ये भी पढ़ें- एक गैर-गांधी प्रमुख को क्या स्वीकार करेंगे कांग्रेसी?
'मरांडी एक तरह से लायबिलिटी बनकर रह गए हैं'
इधर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ना घर के रहे और ना घाट के. उन्होंने कहा कि मरांडी लगातार कहते रहे कि किसी भी कीमत में बीजेपी में वापस नहीं जाएंगे, भले ही उन्हें कुतुबमीनार से क्यों नहीं छलांग लगानी पड़े. दूसरी बीजेपी में जाने के बाद उनकी स्थिति दयनीय हो गई है. नेता प्रतिपक्ष बनाने को लेकर बीजेपी उनके साथ शाह और मात का खेल खेल रही है. मरांडी एक तरह से लायबिलिटी बनकर रह गए हैं.