रांचीः सिमडेगा में हुए दर्दनाक और भयावह मॉब लिंचिंग की घटना जिसमें संजू प्रधान को जिंदा जलाकर मार दिया गया. इस घटना को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गयी है. एक तरफ सीएम हेमंत सोरेन ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं. दूसरी ओर बीजेपी के आला नेता ट्वीट कर इस घटना का निंदा करते हुए हेमंत सरकार पर निशाना साधा है.
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सीएम हेमंत सोरेन ने किया ट्वीट
सिमडेगा मॉब लिंचिंग पर सीएम हेमंत सोरेन ने जांच के आदेश दिए हैं. सीएम ने सिमडेगा जिला प्रशासन को टैग करते हुए लिखा कि @dc_simdega कृपया उक्त मामले की जांच कर कानून-सम्मत कार्रवाई करते हुए सूचित करें. @Simdega_Police@JharkhandPolice
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का ट्वीट
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने मॉब लिंचिंग की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि 'जवान के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। सिमडेगा में कोलेबिरा थाना क्षेत्र के बेसराजरा बाजार के पास मॉब लिंचिंग की दुःखद घटना की भी जानकारी मिली। ग्रामीणों ने संजू प्रधान नामक व्यक्ति को जिंदा जला दिया। मैं इस घटना की तीव्र निंदा करता हूं'
रांची सांसद संजय सेठ ने किया ट्वीट
रांची सांसद संजय सेठ ने ट्वीट में सिमडेगा में मॉब लिंचिंग और चाईबासा में पूर्व भाजपा विधायक गुरूचरण नायक पर हमले का जिक्र करते हुए लिखा कि 'चाईबासा में पूर्व भाजपा विधायक गुरूचरण नायक पर हमला, उनके अंगरक्षकों की हत्या व सिमडेगा में लकड़ी काटने के आरोपी को जिंदा जला दिया गया। दोनों ही घटनाएं राज्य की कानून व्यवस्था के लिए शर्मनाक है। राज्य में अपराधियों-नक्सलियों का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। यह सरकार पूरी तरह विफल है।'
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का ट्वीट
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'सिमडेगा के बेसराजारा गांव में एक युवक की मॉब लींचिंग और घरवालों के सामने जिंदा जला देने की हृदयविदारक खबर आ रही है। एक तरफ झारखंड सरकार मॉब लींचिंग को लेकर आनन-फानन में विधेयक पारित करती है, वहीं धरातल पर ऐसी घटनाएं रोकने में विफल साबित होती है। घटना के बाद अबतक न ही कोई केस दर्ज और न ही किसी की गिरफ्तारी होना प्रशासनिक अकर्मण्यता का जीवंत उदाहरण है। मैं सीएम @HemantSorenJMM जी से इस गंभीर मामले पर उच्चस्तरीय जांच करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं'
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सिमडेगा में मॉब लिंचिंग और चाईबासा में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक के ऊपर नक्सली जानलेवा हमला पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने राज्य में गिरती कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए जंगलराज बताया है. उन्होंने कहा कि राज्य अब जंगलराज की सीमा को भी लांघ चुका है. राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर होती जा रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने दोनों घटनाओं पर राज्य के डीजीपी से फोन पर बात की. दोनों घटनाओं में दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि कानून किसी को हाथ मे लेने का अधिकार नहीं है.
दीपक प्रकाश ने कहा हेमंत राज में सुरक्षित नहीं आदिवासी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य में कोई सुरक्षित नहीं है. यह सरकार मॉब लिंचिंग का कानून बनाती है और दूसरी ओर ऐसी घटनाएं रोज घटित हो रही है. उन्होंने कहा कि यह कौन-सी कानून व्यवस्था है. जहां एक व्यक्ति को सरेआम भीड़ के द्वारा जिंदा जला दिया जाता है. जब एक पूर्व जनप्रतिनिधि और राजनीतिक कार्यकर्ता जनता के बीच घूम नहीं सकता जिसके साथ अंगरक्षक भी हों तो फिर आम आदमी इस राज्य में कैसे जी सकता है. राज्य की बहन बेटियां पहले से ही दहशत की जिंदगी जीने को मजबूर हैं.
दीपक प्रकाश ने हेमंत राज में आदिवासियों के सुरक्षित नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार का गठन ही निर्दोष आदिवासियों की हत्याओं से हुई है. यह सरकार अपने गठन के साथ ही ऐसे आपराधिक तत्वों से समझौता करती हुई दिखी. जिनके ऊपर देशद्रोह के मुकदमे लगाए गए थे, उन मुकदमों को उठाने की प्रक्रिया की गयी. ऐसे में सरकार की मंशा साफ साफ झलक रही है. आज सरकार केवल पोस्टर बैनर की सरकार बन कर रही गई है. दलाली, लूट, बिचौलियागिरी सरकार में हावी है, अराजक तत्व मस्त हैं और जनता पस्त है.
उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने नक्सलियों, उग्रवादियों के दांत खट्टे कर दिए थे. लेकिन आज इस सरकार में उनका मनोबल सिर चढ़कर बोल रहा है, लगातार राज्य में हत्याएं हो रही हैं. पिछले दिनों भी डायन के नाम पर महिला और उसके बेटों के साथ घटनाएं घटी है. उन्होंने कहा कि ऐसे में राज्य विकास से कोसों दूर पीछे चला जाएगा. जिसके लिए पूरी तरह से राज्य सरकार जिम्मेदार है.