रांची: साल 2021 में राजधानी में आम लोगों के द्वारा जमकर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया गया. ट्रैफिक नियमों के इतने उल्लंघन हुए की फाइन से ही विभागों को करोड़ों की आमदनी हुई. 2021 के जनवरी माह से लेकर दिसंबर तक पुलिस विभाग के द्वारा 10 करोड़ 31 लाख 51 हजार रुपये का चालान काटा गया. जिसमें से अब तक 3 करोड़ रुपये की वसूली हो गई है. वहीं विभाग के लिए बकाए के 7 करोड़ रुपये वसूलना चुनौती बना हुआ है.
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डाक सिस्टम बन्द होने की वजह फंसे 7 करोड़: राजधानी रांची में ट्रैफिक पुलिस के द्वारा काटे गए 10 करोड़ के फाइन में से अभी तक सिर्फ 3 करोड़ रुपये की वसूली ही हो पाई है. बाकी के बचे 7 करोड़ रुपये की वसूली पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. रांची में ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने पर चालान घर तक पहुंचाने का काम बंद हो गया है. जानकारी के मुताबिक पूर्व में ट्रैफिक एसपी रहे अजीत पीटर डुंगडुंग ने पोस्टल डिपार्टमेंट के साथ साझेदारी की थी. जिसके बाद सिग्नल टूटने पर चालान जेनरेट किए जाने के बाद नियम तोड़ने वाले के घर तक डाक से चालान भेजा जाता था. लेकिन यह सिस्टम बंद हो चुका है जिसके बाद पुलिस के द्वारा मैसेज भेज कर लोगों को चालान के बारे में जानकारी दी जा रही थी. ट्रैफिक डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के अनुसार कई लोगों को मैसेज मिले ही नही है इस वजह से वसूली नही हो पा रही है. ऐसे में 7 करोड़ रुपए की वसूली ट्रैफिक पुलिस के लिए एक टेढ़ी खीर बनी हुई है.
किस महीने में कितना कटा चालान
महीना | चालान की राशि |
जनवरी | 25 लाख 43 हजार 813 ₹ |
फरवरी | 70 लाख 38 हजार 554 ₹ |
मार्च | 1 करोड़ 11 लाख 88 हजार 150 ₹ |
अप्रैल | 82 लाख 83 हजार 200 ₹ |
मई | 76 लाख 26 हजार ₹ |
जून | 7 लाख 32 हजार 485 ₹ |
जुलाई | 95 लाख 61 हजार 200₹ |
अगस्त | 11 लाख 94 हजार 700 ₹ |
सितंबर | 1 करोड़ 45 लाख 23 हजार 600 ₹ |
अक्टूबर | 1 करोड़ 5 लाख 22 हजार 800 ₹ |
नवंबर | 7 लाख 21 हजार 409 ₹ |
दिसंर | 64 लाख 23 हजार 500 ₹ |
2016 के पहले के वाहन पर जुर्माना का मामला फंसा: ट्रैफिक पुलिस वैसे वाहन जिन्होंने 2016 से पहले वाहन खरीदा है उन पर जुर्माना तो करेगी मगर चालान वैसे चालकों को नहीं भेज पाएगी. ट्रैफिक पुलिस साल 2016 से पहले वाहन खरीदने वाले चालकों को उसके मोबाइल नंबर पर चालान नहीं भेजेगी. क्योंकि उस समय रजिस्ट्रेशन के समय मोबाइल नंबर अंकित कराना अनिवार्य नहीं था. इसलिए अधिकतर चालकों का मोबाइल नंबर डीटीओ कार्यालय में अंकित नहीं है. ऐसे चालकों को चालान कैसे भेजना है इस पर परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस की ओर से मंथन किया जा रहा है. हालांकि अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. अधिकारियों ने दावा किया है कि जल्द ही इसका निदान निकाल लिया जाएगा.
ऑनलाइन फाइन जमा करने की व्यस्था जल्द शुरू होगी: रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि यातायात नियम का उल्लंघन करने वाले चालकों को उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से चालान भेजा जा रहा है. इस सिस्टम में पुराने वाहन चालकों को चालान कैसे भेजना है. इस पर मंथन किया जा रहा है. निर्णय के बाद इस सिस्टम को लागू कर दिया जाएगा. बकाये रकम की वसूली के लिए ऑनलाइन वसूली के लिए बैंको की सहायता ली जा रही है. क्यूआर कोड के जरिये भी पेमेंट करने की सुविधा भी जल्द शुरू हो जाएगी.
कैसे कैसे कटा चालान: रांची पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक,साल 2021 में बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के ड्राइविंग के कारण सबसे ज्यादा वसूली हुई है. पुलिस ने 2044 दोपहिया वाहन चालकों को पहली बार बगैर डीएल ड्राइविंग करते पकड़ा. उनसे पुलिस ने 52.15 लाख का फाइन किया गया है. वहीं 550 तीन पहिया कार चालकों को भी बगैर लाइसेंस ड्राइविंग करते लोगों से पुलिस ने 8.49 लाख का फाइन किया है. वही पुलिस ने 405 बाइक सवारों को ट्रिपल राइडिंग करते पकड़ा. 405 में से 157 लोगों को पहली बार की गलती में पकड़ा गया उनपर पुलिस ने 10 लाख का फाइन लगाया. इसके रेड लाइट जम्प ,बिना सीट बेल्ट को लेकर भी 800 से ज्यादा लोगो पर लाखों का चालान काटा गया.