रांची: सुखदेव नगर इलाके के रहने वाले अमित श्रीवास्तव हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार रांची पुलिस ने 75 दिनों के बाद सुलझा ही ली. अमित के हत्या में शामिल पांच आरोपियों को सुखदेव नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि अमित की हत्या शराब पीने के दौरान हुए विवाद में कर दी गई थी.
क्या है पूरा मामला
बीते साल 14 अक्टूबर की सुबह अपने घर से गायब अमित के शव को पुलिस ने अधजले हालत में 18 अक्टूबर को सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के मुंडला पहाड़ से बरामद किया था. अमित की हत्या पत्थर से कूच कर की गई थी, हत्या के बाद उसके शव को जलाने की कोशिश की गई थी.
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घटनास्थल से पुलिस ने जांच के दौरान शराब की बोतले, डिस्पोजल ग्लास और अमित का चप्पल बरामद किया था. जांच के दौरान पुलिस ने उस समय यह अंदेशा जताया था कि शराब पीने के विवाद में ही अमित की हत्या की गई थी लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाने की वजह से हत्यारे गिरफ्तार नहीं हो पाए थे.
मोबाइल से खुला हत्या का राज
रांची के कोतवाली डीएसपी अजीत विमल ने बताया कि अमित की हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए उसके कई दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया था. इसी बीच अमित के गायब मोबाईल के बारे में पुलिस को जानकारी मिली जो वारदात के दिन से ही गायब था. पुलिस ने जब मोबाइल लोकेशन के आधार पर मोबाइल रखने वाले युवक से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने गणेश नामक एक युवक से यह मोबाइल खरीदा है.
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पुलिस ने जब गणेश को हिरासत में लिया और उसे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अमित की हत्या में अपनी संलिप्तता को स्वीकार कर ली. गणेश ने हत्या में शामिल अपने साथियों का नाम भी बता दिया. गणेश के अनुसार उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर अमित की हत्या की थी और उसके शव को पहाड़ पर ही जला दिया था. लेकिन बारिश होने की वजह से शव पूरी तरह से जल नहीं पाया और उसकी पहचान हो गई.
अमित ने दी गोली मारने की धमकी, इसलिए मार डाला
अमित के हत्या के आरोपी गणेश ने बताया कि हर दिन अमित पहाड़ी पर शराब पीने आया करता था. वहां गणेश भी अपने साथियो के साथ शराब पीने जाता था. 14 अक्टूबर की रात भी अमित शराब पीने के लिए आया था. इस दौरान अमित ने काफी अधिक शराब पी ली, जबकि गणेश और उसके दोस्तों ने भी बहुत ज्यादा शराब पी रखा था. शराब पीने के दौरान ही अमित और गणेश में विवाद हो गया, इस दौरान दोनो एक दूसरे के साथ गाली-गलौज करने लगे.
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लड़ाई के दौरान आसपास मौजूद लोगों ने दोनो के झगड़े को शांत करवा दिया, लेकिन इसी बीच अमित ने गणेश को गोली मारने की धमकी दी. धमकी के बाद मामला हाथापाई में तब्दील हो गया और गुस्से और शराब के नशे में गणेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर अमित को पत्थर से कूच कूच कर मार डाला. हत्या के बाद अमित के शरीर पर पेट्रोल छिड़ककर उसे जलाने का प्रयास भी किया गया लेकिन शव पूरी तरह से नहीं जल सका.
गणेश सहित पांच गिरफ्तार
अमित की हत्या में गणेश खलखो के अलावा इंदुवा तिर्की, रोहित तिर्की सुभाष सेठ और रवि गोप को भी गिरफ्तार किया गया है. अमित की हत्या में पांचों शामिल थे और शव को जलाने में भी सभी ने गणेश का साथ दिया था.