रांची: आईबी और रांची पुलिस की टीम ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की करीबी दयामनी चांपिया को रांची के तुपुदाना रिंग रोड से दबोच लिया है. दयामनी एनकाउंट में मारा गया 2 लाख का इनामी एरिया कमांडर बागराय चांपिया की पत्नी है. बागराय की मौत के बाद दयामनी दिनेश गोप की करीबी बन चुकी थी. दिनेश गोप और पीएलफआई संगठन की राजदार भी है. कई तरह के लेखा जोखा और संगठन की प्लानिंग की जानकारी दयामनी के पास रहती है.
खूंटी जाते समय पकड़ में आई
सूचना पर आईबी ने झारखंड के आईजी ऑपरेशन आशीष बत्रा के इनपुट पर दमायनी को तुपुदाना रिंग रोड से पकड़ा. दयामनी को तब पकड़ा गया, जब वह खूंटी जिले के तोरपा निवासी दो युवकों और एक महिला के साथ एक कार से जा रही थी. आईबी की टीम ने उसे रोका और कार में सवार सभी को हिरासत में लेकर तुपुदाना ओपी ले गए. वहां से सभी को गुप्त स्थान पर ले जाया गया. जहां दयामनी से पुलिस पूछताछ चल रही है. हालांकि कार सवार युवकों को सत्यापन के बाद छोड़ दिया गया है.
दयामनी ने बताए कई राज
दयामनी चांपिया ने आईबी की पूछताछ में कई राज खोले हैं. बताया जा रहा है कि संगठन के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने के बाद आईबी और झारखंड पुलिस बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है. हालांकि अधिकारी कुछ भी खुलासा नहीं कर रहे हैं. दयामनी से आईबी के डीएसपी मनीष टोप्पो और तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और ओडिशा आईबी के कई अफसर पूछताछ में जुटे हैं. दयामनी ने अफसरों को भरमाने की पूरी कोशिश की है. हालांकि महत्वपूर्ण इनपुट और साक्ष्य दिखाने के बाद दयामनी टूट गई और कई जरूरी जानकारियां पुलिस को दी हैं.
संगठन हुआ कमजोर, साउथ जाने की तैयारी में सुप्रीमो
आईबी सूत्रों के अनुसार पीएलएफआई संगठन कमजोर हो चुका है. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप झारखंड छोड़कर अपने करीबी उग्रवादियों के साथ ओडिशा और साउथ में पांव जमाने की तैयारी में जुटा है. तेलंगाना के बड़े उग्रवादियों के साथ उसकी बातचीत चल रही. इसकी जानकारी आईबी को मिलने के बाद सेंट्रल आईबी ने संज्ञान लिया और झारखंड के आईजी ऑपरेशन आशीष बत्रा से संपर्क किया. इसके बाद आशीष बत्रा ने सुप्रीमो की गिरफ्तारी के लिए प्लान तैयार किया है. हालांकि इसकी भनक दिनेश गोप को मिलने के बाद वह ओडिशा से फरार हो गया. इसके बाद दयामनी को रडार पर लेकर दबोचा गया है.