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PLFI का पाकिस्तान कनेक्शन, गिरफ्तार नक्सली निवेश के मोबाइल में मिले अहम सुराग - झारखंड में पाकिस्तान की धमक

उग्रवादी संगठन PLFI का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीएलएफआई को पाकिस्तान और चीन निर्मित हथियार की सप्लाई की जाती है. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश की गिरफ्तारी से और भी कई अहम सुराग मिले हैं.

PLFI Pakistan Connection
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Published : Jan 11, 2022, 10:48 PM IST

रांची: उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश के मोबाइल फोन से कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं, जो यह साबित कर रहे हैं कि पीएलएफआई को पाकिस्तान और चीन निर्मित हथियार मिल रहे हैं. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का खास सहयोगी निवेश अपने तीन साथियों के साथ बिहार के बक्सर में पकड़ा गया है. उसके मोबाइल के जांच के दौरान पीएलएफआई का पाक कनेक्शन सामने आया है. झारखंड पुलिस के वरीय पुलिस अधिकारी बुधवार को इस मामले में बड़ा खुलासा करेंगे.

स्विस राइफल सहित कई हथियार की हुई डील
रांची पुलिस की सूचना पर बिहार से गिरफ्तार पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश के मोबाइल से स्विस राइफल सहित दर्जनों हथियारों की तस्वीर मिली है. उनमें से एकके 47 और मोटार जैसे हथियार पीएलएफआइ तक पहुंचा दिया गया है. पुलिस को पहले भी सूचना मिली थी कि निवेश के जरिए दिनेश गोप ने विदेशी हथियार मंगवाए हैं. तस्वीर के आधार पर रांची पुलिस स्विस राइफल सहित दूसरे हथियार की तलाश में जुटी हुई है.

PLFI Pakistan Connection
नक्सलियों के हथियार

ये भी पढ़ें: PLFI in Jharkhand: पीएलएफआई के अर्थतंत्र पर रांची पुलिस का वार, दिल्ली से लिली समेत 4 को किया गिरफ्तार



निवेश का एक मोबाइल था एक्टिव, लोकेशन मिलते ही रोड जाम कर दबोचा
बताया जा रहा है कि रांची पुलिस फरार आरोपी निवेश को दबोचने के लिए लगी हुई थी. इसी क्रम में निवेश के पास जब्त किए गए एक मोबाइल एक्टिव था. पुलिस उसे ट्रैक कर रही थी. इसी क्रम में पुलिस को पता चला कि आरोपी निवेश दिल्ली से बिहार के रास्ते जा रहा है. रांची पुलिस ने बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह से संपर्क किया और एसपी के निर्देश पर बक्सर पुलिस ने वीर कुंवर सिंह सेतु पर वाहनों की जांच शुरू कर दी. इसी बीच बंगाल नंबर की संदिग्ध कार को पुलिस ने रुकवाने का प्रयास किया तो कार चालक तेज रफ्तार से भागने लगा. मौजूद पुलिसकर्मियों ने वीर कुंवर सिंह सेतु से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित औद्योगिक थाने को इसकी सूचना दी. खबर मिलते ही मौजूद पुलिसकर्मी सर्तक हो गए और बीच सड़क पर अपने दो वाहन लगा दिया, ताकि फरार अपराधी कार से भाग नहीं सके. जैसे ही निवेश और उसके साथ कार से पहुंचे पुलिस ने उन्हें घेर लिया और कस्टडी में लिया. कार की तलाशी में रुपए और मोबाइल बरामद हुए. इसके बाद रांची पुलिस को इसकी सूचना दी गई. रांची पुलिस मंगलवार को बक्सर पहुंची और आरोपी को कस्टडी में ले लिया. इसके बाद सभी को लेकर देर शाम पुलिस रांची के लिए रवाना हुई है.


नेपाल भागने की तैयारी में थे निवेश और उसके साथी
पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को हथियार मुहैया कराने वाला अपराधी निवेश और उसके साथ नेपाल भागने की तैयारी में थे. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निवेश दिल्ली से निकलकर सीधे बक्सर के रास्ते पटना, पूर्णिया होते हुए नेपाल जाना चाहता था. बताया जा रहा है कि नेपाल के अवैध हथियार तस्करों के साथ निवेश के अच्छे संबंध हैं. उसने यह योजना बनायी थी कि जब तक मामला शांत नहीं हो जाता, तब तक वह अपने साथियों के साथ नेपाल में ही रहेगा. इसलिए उनसे अपने पास अच्छी रकम भी रख ली थी. पुलिस का कहना है कि निवेश का पाकिस्तान समेत कई देशों में अच्छे संपर्क हैं. इस वजह से वह उसी इलाके में घूमता रहता है.

रांची: उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश के मोबाइल फोन से कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं, जो यह साबित कर रहे हैं कि पीएलएफआई को पाकिस्तान और चीन निर्मित हथियार मिल रहे हैं. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का खास सहयोगी निवेश अपने तीन साथियों के साथ बिहार के बक्सर में पकड़ा गया है. उसके मोबाइल के जांच के दौरान पीएलएफआई का पाक कनेक्शन सामने आया है. झारखंड पुलिस के वरीय पुलिस अधिकारी बुधवार को इस मामले में बड़ा खुलासा करेंगे.

स्विस राइफल सहित कई हथियार की हुई डील
रांची पुलिस की सूचना पर बिहार से गिरफ्तार पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश के मोबाइल से स्विस राइफल सहित दर्जनों हथियारों की तस्वीर मिली है. उनमें से एकके 47 और मोटार जैसे हथियार पीएलएफआइ तक पहुंचा दिया गया है. पुलिस को पहले भी सूचना मिली थी कि निवेश के जरिए दिनेश गोप ने विदेशी हथियार मंगवाए हैं. तस्वीर के आधार पर रांची पुलिस स्विस राइफल सहित दूसरे हथियार की तलाश में जुटी हुई है.

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नक्सलियों के हथियार

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निवेश का एक मोबाइल था एक्टिव, लोकेशन मिलते ही रोड जाम कर दबोचा
बताया जा रहा है कि रांची पुलिस फरार आरोपी निवेश को दबोचने के लिए लगी हुई थी. इसी क्रम में निवेश के पास जब्त किए गए एक मोबाइल एक्टिव था. पुलिस उसे ट्रैक कर रही थी. इसी क्रम में पुलिस को पता चला कि आरोपी निवेश दिल्ली से बिहार के रास्ते जा रहा है. रांची पुलिस ने बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह से संपर्क किया और एसपी के निर्देश पर बक्सर पुलिस ने वीर कुंवर सिंह सेतु पर वाहनों की जांच शुरू कर दी. इसी बीच बंगाल नंबर की संदिग्ध कार को पुलिस ने रुकवाने का प्रयास किया तो कार चालक तेज रफ्तार से भागने लगा. मौजूद पुलिसकर्मियों ने वीर कुंवर सिंह सेतु से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित औद्योगिक थाने को इसकी सूचना दी. खबर मिलते ही मौजूद पुलिसकर्मी सर्तक हो गए और बीच सड़क पर अपने दो वाहन लगा दिया, ताकि फरार अपराधी कार से भाग नहीं सके. जैसे ही निवेश और उसके साथ कार से पहुंचे पुलिस ने उन्हें घेर लिया और कस्टडी में लिया. कार की तलाशी में रुपए और मोबाइल बरामद हुए. इसके बाद रांची पुलिस को इसकी सूचना दी गई. रांची पुलिस मंगलवार को बक्सर पहुंची और आरोपी को कस्टडी में ले लिया. इसके बाद सभी को लेकर देर शाम पुलिस रांची के लिए रवाना हुई है.


नेपाल भागने की तैयारी में थे निवेश और उसके साथी
पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को हथियार मुहैया कराने वाला अपराधी निवेश और उसके साथ नेपाल भागने की तैयारी में थे. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निवेश दिल्ली से निकलकर सीधे बक्सर के रास्ते पटना, पूर्णिया होते हुए नेपाल जाना चाहता था. बताया जा रहा है कि नेपाल के अवैध हथियार तस्करों के साथ निवेश के अच्छे संबंध हैं. उसने यह योजना बनायी थी कि जब तक मामला शांत नहीं हो जाता, तब तक वह अपने साथियों के साथ नेपाल में ही रहेगा. इसलिए उनसे अपने पास अच्छी रकम भी रख ली थी. पुलिस का कहना है कि निवेश का पाकिस्तान समेत कई देशों में अच्छे संपर्क हैं. इस वजह से वह उसी इलाके में घूमता रहता है.

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