रांची: उग्रवादी संगठन पीएलएफआई ने भाजपा नेता जीतराम मुंडा (Jitram Munda) की हत्या में संगठन का हाथ होने से इनकार किया है. पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह दावा किया गया है कि भाजपा नेता के हत्याकांड से संगठन का कोई लेना देना नहीं है.
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22 सितंबर की शाम रांची के ओरमांझी इलाके में भाजपा नेता जीतराम मुंडा की गोली मारकर अज्ञात अपराधियों ने हत्या कर दी थी. उस दौरान कई लोगों ने यह बताया था कि हत्या में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई शामिल है. जिस मनोज नाम के व्यक्ति पर जीतराम की हत्या की साजिश रचने का आरोप है, उसका संपर्क पीएलएफआई से रहा है. पुलिस अब तक मनोज को गिरफ्तार नहीं कर पाई है और ना ही भाजपा नेता हत्याकांड का खुलासा हो पाया है.
पीएलएफआई सुप्रीमो के नाम से जारी हुआ प्रेस विज्ञप्ति
उग्रवादी संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम से जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह लिखा गया है कि संगठन का जीतराम मुंडा की हत्या से कोई संबंध नहीं है. कुछ लोग बेवजह इस हत्याकांड में संगठन के शामिल होने की बात फैला रहे हैं. जबकि ऐसा कुछ नहीं है. संगठन ना तो जीतराम मुंडा को जानता है और ना ही हत्या के आरोपी मनोज मुंडा को.
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2 के गिरफ्तार होने की खबर
दूसरी तरफ जीतराम मुंडा की हत्याकांड में शामिल दो अपराधियों के गिरफ्तार होने की खबर है. हालांकि पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जीतराम मुंडा की हत्या में शामिल देवेंद्र मुंडा नाम के शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि हत्याकांड में शामिल एक और अपराधी को भी दबोच लिया गया है. हालांकि हत्याकांड का मुख्य आरोपी मनोज मुंडा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.