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दीदी बाड़ी योजना से राज्य को कुपोषण मुक्त करने का लिया गया संकल्प, योजना से 3 लाख परिवारों को जोड़ा गया

रांची में बुधवार को ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने संकुल संगठन की दीदियों से बात की. संकुल संगठन के पदाधिकारियों से वार्ता करते हुए ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने बताया कि दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत 5 लाख परिवारों को योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.

Pledge to make Jharkhand free of malnutrition
दीदी बाड़ी योजना
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Published : Dec 31, 2020, 11:42 AM IST

रांची: ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने राज्य के सभी जिलों की कुल 75 संकुल संगठन की दीदियों से दीदी बाड़ी के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की. सचिव ने सखी मंडल की महिलाओं से बातचीत के दौरान उनसे दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत चल रहे गतिविधियों के में जानकारी ली. वर्तमान में 3 लाख से अधिक महिलाएं दीदी बाड़ी योजना से जुड़ कर लाभ उठा रही हैं.

ये भी पढ़ें: ओवैसी से हाथ मिलाएंगे सूर्य सिंह बेसरा, झारखंड में नया सियासी विकल्प बनाने की तैयारी

दीदी बाड़ी योजना से महिला उठा रही लाभ

दीदी बाड़ी योजना से जुड़कर सखी मंडल की महिलाएं अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं. ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी और मनरेगा के तहत चलाए जा रहे दीदी बाड़ी योजना राज्य से कुपोषण को खत्म करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है. दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत ग्रामीण महिलाओं को दीदी बाड़ी सखी के रूप में सामुदायिक कैलेंडर के तौर पर विकसित करने का भी प्रावधान है. संकुल पदाधिकारी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्रामीण विकास सचिव ने उनके कलस्टर में दीदी बाड़ी सखी की संख्या और उनके कार्य प्रणाली के बारे में भी जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने पदाधिकारियों से भी अपील करते हुए कहा कि वह अपने गांव के लोगों को पोषण और दीदी बाड़ी योजना के बारे में जानकारी दें.

ग्रामीणों को किया जा रहा जागरूक

इस दौरान पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड स्थित बांगुड़दा कलस्टर की जयंती मांझी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सचिव से बात करते हुए बताया कि किस प्रकार उनके कलस्टर में दीदी बाड़ी योजना का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है. वहीं, जयंती देवी ने बताया कि हमारे कलस्टर में सभी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा क्लस्टर से चयनित दीदी बाड़ी ग्रामीणों को लगातार जागरूक कर रही है. सखी मंडल की दीदियों ने संकल्प लिया कि खुद भी सब्जियों का नियमित सेवन करेंगे और अन्य दीदियों को भी पोषण आहार का महत्व समझाएंगे. गढ़वा जिले के कल्याणपुरी संकुल संगठन के विमला देवी ने बताया कि उनके कलस्टर में दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत जैविक तरीके से सब्जी उगाई जा रही है. इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए सचिव आराधना पटनायक ने अन्य दीदियों को भी जैविक तरीके से अपने बाड़ी में सब्जी उगाने की सलाह दी ताकि उन्हें गुणवत्ता के साथ पोषण सब्जी प्राप्त हो.

5 लाख परिवारों को योजना से जोड़ने का लक्ष्य

संकुल संगठन के पदाधिकारियों से वार्ता करते हुए ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने बताया कि दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत 5 लाख परिवारों को योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें से 3 लाख परिवारों को योजना से जोड़ा जा चुका है. आगामी 3 महीने में बचे हुए परिवारों को भी दीदी बाड़ी योजना से जोड़ दिया जाएगा. संकुल संगठन की दीदियों को दीदी बाड़ी योजना के बारे में समझाते हुए उन्होंने बताया कि योजना का एक एकमात्र उद्देश्य राज्य से कुपोषण को खत्म करना है. इस लक्ष्य की प्राप्ति सखी मंडल की महिलाओं के सहयोग के बिना मुश्किल है.

मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी ने भी महिलाओं से बात करते हुए दीदी बाड़ी योजना से संबंधित उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली और उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द उनके समस्याओं का निवारण किया जाएगा. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के सीईओ राजीव कुमार संकुल संगठन के पदाधिकारियों से बात करते हुए उन्हें अपने कलस्टर की सभी ग्रामीण महिलाओं को दीदी बाड़ी योजना से जोड़ने की बात कही.

रांची: ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने राज्य के सभी जिलों की कुल 75 संकुल संगठन की दीदियों से दीदी बाड़ी के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की. सचिव ने सखी मंडल की महिलाओं से बातचीत के दौरान उनसे दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत चल रहे गतिविधियों के में जानकारी ली. वर्तमान में 3 लाख से अधिक महिलाएं दीदी बाड़ी योजना से जुड़ कर लाभ उठा रही हैं.

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दीदी बाड़ी योजना से महिला उठा रही लाभ

दीदी बाड़ी योजना से जुड़कर सखी मंडल की महिलाएं अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं. ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी और मनरेगा के तहत चलाए जा रहे दीदी बाड़ी योजना राज्य से कुपोषण को खत्म करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है. दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत ग्रामीण महिलाओं को दीदी बाड़ी सखी के रूप में सामुदायिक कैलेंडर के तौर पर विकसित करने का भी प्रावधान है. संकुल पदाधिकारी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्रामीण विकास सचिव ने उनके कलस्टर में दीदी बाड़ी सखी की संख्या और उनके कार्य प्रणाली के बारे में भी जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने पदाधिकारियों से भी अपील करते हुए कहा कि वह अपने गांव के लोगों को पोषण और दीदी बाड़ी योजना के बारे में जानकारी दें.

ग्रामीणों को किया जा रहा जागरूक

इस दौरान पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड स्थित बांगुड़दा कलस्टर की जयंती मांझी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सचिव से बात करते हुए बताया कि किस प्रकार उनके कलस्टर में दीदी बाड़ी योजना का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है. वहीं, जयंती देवी ने बताया कि हमारे कलस्टर में सभी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा क्लस्टर से चयनित दीदी बाड़ी ग्रामीणों को लगातार जागरूक कर रही है. सखी मंडल की दीदियों ने संकल्प लिया कि खुद भी सब्जियों का नियमित सेवन करेंगे और अन्य दीदियों को भी पोषण आहार का महत्व समझाएंगे. गढ़वा जिले के कल्याणपुरी संकुल संगठन के विमला देवी ने बताया कि उनके कलस्टर में दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत जैविक तरीके से सब्जी उगाई जा रही है. इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए सचिव आराधना पटनायक ने अन्य दीदियों को भी जैविक तरीके से अपने बाड़ी में सब्जी उगाने की सलाह दी ताकि उन्हें गुणवत्ता के साथ पोषण सब्जी प्राप्त हो.

5 लाख परिवारों को योजना से जोड़ने का लक्ष्य

संकुल संगठन के पदाधिकारियों से वार्ता करते हुए ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने बताया कि दीदी बाड़ी योजना के अंतर्गत 5 लाख परिवारों को योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें से 3 लाख परिवारों को योजना से जोड़ा जा चुका है. आगामी 3 महीने में बचे हुए परिवारों को भी दीदी बाड़ी योजना से जोड़ दिया जाएगा. संकुल संगठन की दीदियों को दीदी बाड़ी योजना के बारे में समझाते हुए उन्होंने बताया कि योजना का एक एकमात्र उद्देश्य राज्य से कुपोषण को खत्म करना है. इस लक्ष्य की प्राप्ति सखी मंडल की महिलाओं के सहयोग के बिना मुश्किल है.

मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी ने भी महिलाओं से बात करते हुए दीदी बाड़ी योजना से संबंधित उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली और उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द उनके समस्याओं का निवारण किया जाएगा. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के सीईओ राजीव कुमार संकुल संगठन के पदाधिकारियों से बात करते हुए उन्हें अपने कलस्टर की सभी ग्रामीण महिलाओं को दीदी बाड़ी योजना से जोड़ने की बात कही.

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