रांची: आर्म्स के लाइसेंस के लिए रांची के उपायुक्त छवि रंजन पर गंभीर आरोप लगाने वाले ओमप्रकाश शर्मा अब यू-टर्न ले चुके हैं. उन्होंने दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त नितीन मदन कुलकर्णी और रांची के एसएसपी के नाम पत्र लिखकर अपनी इस गलती के लिए माफी मांगी है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि लंबे समय से आर्म्स का लाइसेंस निर्गत नहीं हो रहा था. दूसरी तरफ गोपनीय शाखा की तरफ से सही जानकारी नहीं दी जा रही थी. इसी वजह से उन्होंने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के अलावा अन्य अधिकारियों के नाम पत्र लिखा था. उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि उन्होंने समाज सेवा के भाव से चेक काटा था लेकिन संस्था की तरफ से चेक नहीं लिया गया. उनके खाते से कोई राशि भी नहीं निकली है.
ये भी पढ़ें-विधायक अंबा प्रसाद का बड़ा बयान, कहा- बीच रास्ते में कुचलकर मारने की हुई कोशिश
पूरे मामले पर ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह ने रांची के डीसी छवि रंजन से बात की. उन्होंने कहा कि आर्म्स का लाइसेंस निर्गत करने के लिए कुछ मानक तय हैं. मानकों को पूरा किए बगैर लाइसेंस निर्गत नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी तरह का भेदभाव नहीं होता है.
![रांची डीसी पर आरोप](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12969622_22.jpg)
ईटीवी भारत की टीम ने ओमप्रकाश शर्मा से भी बात की. उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी तरफ से माफीनामा लिखा गया है. यह पूछे जाने पर कि आपने इस तरह आरोप क्यों लगाया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
आपको बता दें कि ओमप्रकाश शर्मा पेशे से ठेकेदार हैं. वह ग्रामीण विकास विभाग में ठेका लेते हैं. पिछले 20 वर्षों से रांची में रह रहे हैं. वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला के भाटपरानी के रहने वाले हैं. उन्होंने रिवाल्वर/पिस्टल के लिए आवेदन दिया था. ईटीवी भारत को मिली जानकारी के मुताबिक ओमप्रकाश शर्मा ने साल 2019 में ही आर्म्स के लिए अप्लाई किया था.