रांची: राजधानी के विभिन्न मोहल्लों में कूड़े-कचरे का अंबार देखने को मिलता है. क्योंकि स्थानीय लोगों के घरों से कूड़ा उठाव की प्रक्रिया नगर निगम के द्वारा समय पर नहीं की जा रही है. कई मोहल्लों में घरों से कूड़ा उठाव नहीं हो पा रहा है, क्योंकि मोहल्ले में प्रतिदिन कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां नहीं पहुंच पा रही है.
बता दें कि राजधानी के कोकर, बरियातू, कांटा टोली के अलावा कई मोहल्लों में कई कई दिनों तक कूड़ा उठाव नहीं हो पा रहा है. जिस वजह से लोग अपने घरों का कूड़ा आसपास के इलाकों में जमा करते हैं, जिससे गंदगी का अंबार लग रहा है और कई बीमारियों को भी आमंत्रण दिया जा रहा है. स्थानीय निवासी राजीव रंजन ने बताया कि पहले प्रतिदिन नगर निगम की गाड़ी डोर टू डोर आकर कूड़ा घरों से उठाकर ले जाती थी. लेकिन कुछ महीनों से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां कई कई दिनों तक नहीं पहुंच रही हैं. जिस वजह से मोहल्ले के लोग घरों के आसपास ही कूड़ा फेंक रहे हैं. उन्होंने बताया कि कई बार तो मोहल्ले में कूड़ा फेंकने को लेकर आपस में लोगों को झगड़ते देखा गया है, क्योंकि कुछ लोग घर के सामने ही कूड़ा फेंक कर जमा कर रहे हैं.
वहीं चंदन कुमार बताते हैं कि कूड़ा जमा रहने के कारण आसपास में गंदगी फैल रही है. पहले नगर निगम की गाड़ियां आती थीं तो लोग यहां-वहां कूड़ा नहीं फेंकते थे, लेकिन अब नगर निगम की गाड़ी लंबे अंतराल पर आती है, जिस वजह से स्थानीय लोग कहीं भी कूड़ा फेंक रहे हैं, जिससे मोहल्ले में गंदगी फैल रही है.
वहीं इसको लेकर हमने जब नगर निगम के पार्षद अर्जुन यादव से बात की तो उन्होंने बताया कि वर्तमान में कूड़ा उठाने वाले गाड़ियों की संख्या काफी कम है. कई मोहल्लों में 10 गाड़ियों की जगह मात्र 7 गाड़ियां चल रही हैं. इसीलिए लोगों के घरों पर कूड़ा उठाने वाले वाहन समय पर नहीं जा पाते हैं.
उन्होंने बताया कि आने वाली बोर्ड की बैठक में वह इस बात को रखेंगे ताकि निगम क्षेत्र में रह रहे लोगों के घरों से ससमय कूड़ा उठ सके. गौरतलब है कि राजधानी रांची के विभिन्न मोहल्लों में कूड़ा उठाने को लेकर पिछले दिनों नगर आयुक्त शशि रंजन ने पदाधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं लेकिन इसके बावजूद कई मोहल्लों में समय से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है जो कि निश्चित रूप से निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है.